रामनगर। रामनगर वन प्रभाग के कोटा रेंज के अंतर्गत ओखलढूंगा ग्राम सभा की राजस्व भूमि पर गुरुवार बीते देर शाम तारों में छह साल के मादा गुलदार फंसे होने की सूचना मिलने से वन प्रभाग में हड़कंप मच गया था। सूचना पाकर पहुंची वन विभाग की टीम ने काफी मसक्कत के बाद गुलदार का सुरक्षित रेस्क्यू किया था। साथ ही वन विभाग ने संबंधित के खिलाफ वन अपराध के तहत अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी थी। बताया जाता है कि बता दें कि गुलदार का पैर किसी तार नुमे फंदे (कड़के) में फंसा हुआ था जिसमें विभाग को आशंका थी कि तार फंदे के रूप में किसी लकड़ी से बंधा होगा और जब गुलदार ने पैरों से फसे फंदे को हटाने की कोशिश की होगी तो वह नहीं छूटा।
गुलदार के जोर लगाने पर वो लकड़ी का खूंटा उखड़ गया । गुलदार उस तार से बधे लकड़ी को भी घसीटता हुआ भागने लगा और एक झाड़ी में लकड़ी की वजह से फंस गया और उसका पैर भी चोटिल था। वहीं वन प्रभाग के डीएफओ कुंदन कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन करते हुए जांच शुरू की गई। आरोपी के घर से फंदे नुमा तार मिला है।मंगलवार को एसओजी व रामनगर वन प्रभाग की कोटा रेंज की टीम ने एक आरोपी को गिरप्तार कर लिया,जिसका नाम गंगा सिंह पुत्र अनूप सिंह निवासी ओखलढुंगा हैं। वन प्रभाग रामनगर द्वारा गिरप्तार करते हुए न्यायालय में पेश कर जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है।
एसडीओ पूनम कैंथोला ने बताया घायल गुलदार को रेस्क्यू करने के बाद रेस्क्यू सेंटर रानीबाग भेज दिया और आरोपी को रिमांड पर लिया जा रहा है। इस अभियान में एसओजी के टीम प्रभारी कैलाश चंद्र तिवारी,सुंदर सिंह वन दरोगा,विमल चौधरी वन आरक्षी,सरिता आर्या वन आरक्षी,पूजा बुल्लाकोटी, विनोद कुमार शर्मा, कोटा रेंजर रमेश चंद्र ध्यानी,अनिल भदोला,जगदीश चंद्र पांडे,भगवती प्रसाद, गौरव पंत शामिल रहे।