उत्तरकाशी। उत्तराखंड चार धाम में गंगोत्री हाईवे पर बीते रविवार ऐसा हादसा हुआ कि वहां चीखपुकार मच गई। यहां गंगोत्री से दर्शन कर वापस लौट रही गुजरात के पर्यटकों की बस गहरी खाई में गिर गई। बस के खाई में गिरने से 7 तीर्थ यात्रियों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 28 यात्री घायल हो गए हैं। बस के गहरी खाई में गिरने से यात्रियों की चीख-पुकार मच गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मंजर खतरनाक था। बस हादसे का कारण तीव्र मोड़ बताया जा रहा है। बस हादसे की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ, पुलिस, और जिला प्रशासन ने रेस्कयू अभियान चलाया। घायलों को रेस्क्यू कर जिला असपताल में भर्ती कराया गया। जिला अस्पताल में भर्ती घायल यात्रियों ने बताया कि गंगनानी के समीप पहुंचते ही बस संकरे मार्ग मोड़ पर सीधे नीचे गहरी खाई में गिर गई।यात्रियों का कहना है कि ड्राइवर ने बस को मोड़ने का प्रयास किया, लेकिन वह असफल रहा जिसकी वजह से बस गहरी खाई में गिर गई।
वहीं यह हादसा और भी अधिक खतरनाक हो जाता अगर वहां पर पहले से ही क्षतिग्रस्त रखना पड़ा होता। बता दें कि ठीक नीचे भागीरथी नदी बहती है। अगर बस गिर कर क्षतिग्रस्त हुए ट्रक पर न अटकी होती तो बस सीधा नदी में गिर जाती और ऐसे में किसी की भी जान बचने की कोई संभावना नहीं होती। यह स्वयं हादसे में घायलों का कहना है। उनका कहना है कि गनीमत यह रही कि जहां बस गिरी वहां नीचे पहले से ही एक ट्रक क्षतिग्रस्त हालत में पड़ा था, जिस पर बस अटक गई। बताया कि खाई में अगर ट्रक न होता तो बस सीधे भागीरथी नदी में गिर सकती थी, और ज्यादा लोग की जान जा सकती थी। बस के अंदर मौजूद घायल अश्विनी का कहना था कि बस हादसे के बाद सभी यात्रियों में भय पसरा हुआ है। हादसे के बाद सीएम धामी ने दिवंगत आत्माओं की शांति की प्रार्थना की।