पहाड़ में सरकारी स्कूल, शिक्षकों की भारी कमी के बावजूद 7 बच्चों का नवोदय में हुआ चयन
बदहाली और शिक्षा के घटते स्तर के कारण लोगों का सरकारी स्कूलों से मोहभंग हो रहा है।
पिथौरागढ़: बदहाली और शिक्षा के घटते स्तर के कारण लोगों का सरकारी स्कूलों से मोहभंग हो रहा है, तो वहीं पिथौरागढ़ में एक प्राथमिक विद्यालय ऐसा भी है, जो प्रदेश के हर सरकारी स्कूल के लिए मिसाल बन गया है। हम गुरना आदर्श प्राथमिक विद्यालय की बात कर रहे हैं। यहां के बच्चों ने एक बार फिर शानदार उपलब्धि हासिल की है। स्कूल के 7 बच्चों का चयन राजीव गांधी नवोदय विद्यालय में कक्षा 6 के लिए हुआ है। खास बात यह है कि स्कूल में अंग्रेजी, गणित और विज्ञान जैसे महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षकों के पद खाली चल रहे हैं। इसके बावजूद 7 बच्चों ने नवोदय विद्यालय की प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इस साल स्कूल में पढ़ने वाले चेतन, निकिता, स्वाति मेहता, हर्षिता पांडे, रितिका, काव्या पांडे और आदित्य कुमार का चयन राजीव गांधी नवोदय विद्यालय में हुआ है।
स्कूल में शिक्षकों की भारी कमी है लेकिन प्रधानाध्यापक सुभाष चंद्र जोशी, मुकेश जोशी व एक अन्य शिक्षिका ने बच्चों को शिक्षकों की कमी महसूस नहीं होने दी। प्रधानाध्यापक सुभाष चंद्र जोशी स्कूली बच्चों का भविष्य संवारने में जुटे हैं। वह छुट्टी के दिन भी स्कूल पहुंच कर बच्चों को अतिरिक्त क्लास पढ़ा रहे हैं। बता दें कि गुरना प्राथमिक स्कूल 7 साल पहले घटती छात्र संख्या के चलते बंद होने के कगार पर पहुंच गया था। साल 2015 में सुभाष चंद्र जोशी यहां प्रधानाध्यापक बनकर आए। उन्होंने स्कूल की समस्याओं पर गंभीरता से ध्यान दिया और पढ़ाई के स्तर को सुधारने में जुट गए। बच्चों को हिंदी के साथ-साथ अंग्रेजी पढ़ाई जाने लगी। इस मेहनत के अच्छे रिजल्ट तेजी से सामने आए। जो बच्चे पहले निजी स्कूल में पढ़ते थे, उन्होंने भी सरकारी स्कूल में एडमिशन ले लिया। स्कूल में एसी क्लास रूम, सीसीटीवी कैमरे और स्मार्ट क्लास की व्यवस्था है। वर्तमान में Pithoragarh Government Primary School Gurna में छात्र संख्या 192 तक पहुंच चुकी है।