गढ़वा कृषि उत्पादन बाजार समिति जो कभी अरबों की संपत्ति का मालिक था. आज अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है.

Update: 2023-07-18 10:13 GMT
गढ़वा कृषि उत्पादन बाजार समिति जो कभी अरबों की संपत्ति का मालिक था. आज अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. एक वक्त ऐसा था जब बाजार समिति परिसर के अलावा दूसरे क्षेत्रों में भी विकास के लिए फंड उपलब्ध कराता था, लेकिन अब बाजार समिति की हालत खस्ताहाल है. दुकानें और गोदाम जर्जर हो चुके हैं. जो कब गिर जाएं कुछ कहा नहीं जा सकता. सड़कें दलदल बन चुकी है. ना बैठने की व्यवस्था और ना ही सुरक्षा का इंतजाम.
 पैसों का अभाव
कृषि उत्पादन बाजार समिति परिसर की हालत बद से बदतर है. आपको बता दें कि परिसर में कुल 24 गोदाम है. इलके अलावा 150 दुकानें हैं. सभी भवनों की हालत जर्जर है. साफ सफाई का भी इंतजाम नहीं है. बाजार समिति की ये हालत बोर्ड की ओर से फंड उपलब्ध नहीं कराए जाने की वजह से हो गई है. ऊपर से जिले के कुल 38 हाट बाजारों की बंदोबस्ती से बाजार समिति को हर साल 3.5 करेाड़ की आमदनी होती थी जो अब पूरी तरह से बंद हो गई है. ऐसे में पैसों के अभाव में गढ़वा कृषि उत्पादन बाजार समिति बदहाल हो चुका है.
 मांगी गई है रिपोर्ट
वहीं, समिति के पणन सचिव से बाजार परिसर में सुविधाओं के विकास, कमियां, क्षेत्रफल, जरूरत से जुड़ी रिपोर्ट की मांग की गई है. रिपोर्ट के आधार पर यहां काम किया जाएगा. उम्मीद है कि जल्द रिपोर्ट के आधार पर बाजार समिति का कायाकल्प किया जाएगा ताकि किसानों के साथ ही व्यापारियों को भी परेशानियों का सामना ना करना पड़े. समिति का कहना है कि किसानों के हित का पूरा ख्याल रखते हुए ही बाजार समिति के विकास का काम किया जाएगा.
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