नौकरी के नाम पर 10.45 लाख रुपये की ठगी

विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर एजेंट ने एक युवक से 10.45 लाख रुपये की ठगी कर ली। दो साल इंतजार करने के बाद भी जब पीड़ित को नौकरी नहीं मिली तो ठगे जाने का अहसास हुआ।

Update: 2021-11-18 14:03 GMT

जनता से रिश्ता। विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर एजेंट ने एक युवक से 10.45 लाख रुपये की ठगी कर ली। दो साल इंतजार करने के बाद भी जब पीड़ित को नौकरी नहीं मिली तो ठगे जाने का अहसास हुआ। युवक की तहरीर पर रायपुर थाने की पुलिस ने एजेंट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

यह है पूरा मामला
न्यू कॉलोनी बालावाला निवासी गौतम कोठारी ने पुलिस को बताया कि विदेश में नौकरी के लिए उसने 10 अप्रैल 2017 में अपने दोस्त आलोक देवरानी से बात की थी। 18 अप्रैल को आलोक ने एजेंट रोजर क्लिफ्टन निवासी राजपुर खुर्द, दिल्ली का फोन नंबर दिया। 20 अप्रैल को गौतम ने रोजर से बात की। इस पर रोजर ने कहा कि एक लाख रुपये, पासपोर्ट और डाक्यूमेंट्स लेकर उसके दिल्ली आना होगा।
इसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। इसके बाद रोजर का वाट्सएप पर मैसेज आया कि वह उसे चार मई 2017 मिलना चाहता है। मैसेज में उसने अपना पता भी भेज दिया।
नौकरी स्वंय ढूढंने का दिया झासा
गौतम ने बताया कि एजेंट रोजर ने उससे एक लाख रुपये कैश लिए और डाक्यूमेंट्स चेक करने के बाद कहा कि आस्ट्रेलिया में परमानेंट रेजिडेंस मिल जाएगा, लेकिन नौकरी वहां पर खुद तलाशनी पड़ेगी। इसके लिए 3.50 लाख से चार लाख रुपये तक का खर्चा आएगा। रोजर ने डाक्यूमेंट्स और पासपोर्ट की कॉपी अपने पास रख ली। 15 मई को एजेंट का फोन आया कि आस्ट्रेलिया में नौकरी भी वह दिलाएगा, लेकिन इसके लिए डेढ़ लाख रुपये खर्च होंगे।
करीब इतने लाख रूपये खाते में किया ट्रांसफर
वहीं, जुलाई माह में अचानक उसका पासपोर्ट गुम हो गया। पासपोर्ट गुम होने की बात जब उसने रोजर को बताई तो उसने कहा कि अब काम मुश्किल में पड़ गया है। दो जुलाई को रोजर का फोन आया कि आस्ट्रेलिया में एचआर से बात हो चुकी है। नया पासपोर्ट बन जाएगा, लेकिन इस पर पांच लाख रुपये अलग से लगेंगे। एजेंट ने उसका नया पासपोर्ट बनवा दिया। 13 सितंबर 2018 तक वह आरोपित के खाते में 10.45 लाख रुपये ट्रांसफर कर चुका था। अब तक उसे आरोपित ने न तो विदेश भेजा और न ही नौकरी लगवाई।


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