उत्तराखंड में ओमिक्रॉन का पहला मामला आया सामने, महिला हुई संक्रमित
उत्तराखंड में भी ओमिक्रॉन पहुंच गया है।
उत्तराखंड में भी ओमिक्रॉन पहुंच गया है। स्कॉटलैंड से देहरादून लौटी में 23 वर्षीय युवती के सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने युवती के माता-पिता का सैंपल भी जांच के लिए भेज दिया है।
देहरादून स्थित कांवली रोड निवासी 23 वर्षीय युवती आठ दिसंबर को स्कॉटलैंड से भारत आई थी। इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर युवती की आरटीपीसीआर सैंपल जांच की गई थी। जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। इसके बाद युवती उसी दिन कार से अपने माता-पिता के साथ देहरादून पहुंची। मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय देहरादून की समेकित रोग निगरानी प्रोजेक्ट यूनिट (आईडीएसपी) के आग्रह पर 11 दिसंबर को युवती ने एसआरएल लैब के प्रतिनिधि को अपने घर बुलाकर कोविड जांच के लिए सैंपल दिया।
12 दिसंबर को युवती का कोविड सैंपल पॉजिटिव पाया गया था। जिसके बाद युवती को घर में ही 14 दिन के लिए आईसोलेट किया गया था। अब जीनोम सीक्वेंसिंग में युवती में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है। दिल्ली स्थित आईडीएसपी यूनिट ने भी इसकी पुष्टि की है।
सतर्कता और सावधानी बरतने के साथ कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करें
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ.तृप्ति बहुगुणा ने भी देहरादून में प्रदेश का पहला ओमिक्रॉन मामला मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि जिला सर्विलांस इकाई की ओर से युवती की निरंतर निगरानी की जा रही है। उन्होंने लोगों से अपील की है ओमिक्रॉन का पहला केस मिलने से घबराएं नहीं। सतर्कता और सावधानी बरतने के साथ कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करें। घर से बाहर निकलने पर मास्क लगाएं। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें।