किसान मालिकाना हक दिलाने को एसडीएम कोर्ट के बाहर गरजे

Update: 2022-12-17 13:23 GMT

काशीपुर: क्रमिक अनशन पर बैठे किसानों की सुध नहीं लेने पर भूमि बचाने के लिए किसानों ने मोर्चा खोल दिया है। किसानों ने एसडीएम कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन कर भूमि का मालिकाना हक देने की मांग की। शनिवार को भारतीय किसान यूनियन युवा प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र सिंह जीतू के नेतृत्व में भारी संख्या में किसान एसडीएम कार्यालय के बाहर एकत्रित हुए। किसानों ने ट्रैक्टर लगाकर मार्ग बंद कर धरना-प्रदर्शन किया। इस पंचायत में महिलाओं ने भी भागीदारी की। भाकियू युवा के प्रदेश अध्यक्ष जीतू ने कहा कि किसान सांकेतिक धरने पर बैठे हैं। प्रशासनिक अधिकारी उनसे मुलाकात नहीं करना चाहते हैं। वह आज प्रशासन ने बिना मिले नहीं जाएंगे।

किसान कोई बाहर से नहीं आया है। यदि प्रशासनिक अधिकारी उनसे नहीं मिलेंगे तो किसानों को भी यहां टेंट लगाकर धरना प्रदर्शन शुरू करने से भी गुरेज नहीं होगा। इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम अभय प्रताप सिंह की अनुपस्थिति में तहसीलदार युसुफ अली को सौंपा। जिसमें कहा गया कि बरखेड़ा पांडे गिरधई के करीब 11 किसान परिवारों की 14 एकड़ भूमि पर पिछले दिनों प्रशासन द्वारा सीलिंग की भूमि बताते हुए भूमि को जप्त करने का नोटिस दिया था। यह किसान करीब 1972 से इस भूमि पर काबिज हैं।

साथ ही वर्ष 2006 एस्कॉर्ट फॉर्म में सरकार ने करीब 120 किसान परिवारों को पट्टे देने का काम किया था, लेकिन आज तक उन किसानों को उस भूमि का मालिकाना हक नहीं मिल पाया है। किसानों ने बरखेड़ा पांडे गिरधई व एस्कॉर्ट फार्म के किसानों को भूमि का मालिकाना हक देने की मांग की। ऐसा नहीं होने पर किसान वृहद स्तर पर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। वहां पर किसान मनप्रीत सिंह, सुखविंदर सिंह, बलविंदर सिंह, कश्मीर सिंह, बलकार सिंह, हरभजन सिंह, हरबंस सिंह, हरप्रीत सिंह, हरप्रीत सिंह, सर्वजीत कौर, बलविंदर कौर, परमिंदर कौर आदि मौजूद रहे।

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