उत्तरकाशी हिमस्खलन पीड़ितों के परिवार ने कहा : 'कर्नाटक सरकार गैरजवाबदेह'
बेंगलुरु, (आईएएनएस)| उत्तराखंड में 4 अक्टूबर को द्रौपदी की डंडा-2 चोटी पर आए हिमस्खलन में मारे गए दो लोगों के परिवारों और दोस्तों ने कर्नाटक की भाजपा सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा निकाला। पीड़ित परिवारों ने आरोप लगाया है कि सरकार शवों को वापस लाने में कोई सहायता देने या मदद करने के लिए आगे नहीं आई है।
उन्होंने कहा कि बहुत समझाने के बाद बेंगलुरु शहरी जिला अधिकारी मृतकों के शवों को वापस लाने की कोशिश कर रहे थे और उनके फंसे हुए परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों के लिए परिवहन सुविधाओं की व्यवस्था की, जो शवों की पहचान करने के लिए वहां गए थे।
रक्षित के. (26) और विक्रम एम. (33) के परिवार सरकार से उनके बेंगलुरु वापस आने की व्यवस्था करने की मांग कर रहे हैं।
सोमवार शाम तक दोनों के शव यहां पहुंचने की उम्मीद है।
रक्षित और विक्रम कर्नाटक के रहने वाले थे और उत्तरकाशी स्थित नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (एनआईएम) के पर्वतारोहियों की 41 सदस्यीय टीम का हिस्सा थे। हिमस्खलन की चपेट में आने के बाद वे लापता हो गए थे।
दोनों ने 28 दिनों के उन्नत पर्वतारोहण पाठ्यक्रम के लिए दाखिला लिया था और पर्वतारोहण के प्रति उनका जुनून था।
रक्षित डॉक्टर थे और विक्रम मैकेनिकल इंजीनियर।