मृतक आश्रितों को नौकरी के लिए कर्मचारी मुखर

Update: 2023-07-26 12:10 GMT

ऋषिकेश न्यूज़: रोडवेज में मृतक आश्रितों को नौकरी देने की मांग जोर पकड़ने लगी है. कर्मचारी यूनियनें भी आश्रितों की नियुक्ति को लेकर मुखर होने लगी हैं.

रोडवेज में 200 मृतक आश्रित नौकरी के लिए भटक रहे हैं. इसमें कोई माता-पिता तो कोई पति की जगह नौकरी की मांग कर रहा है. लेकिन शासन की ओर से लगाई गई रोक के कारण प्रबंधन आश्रितों को नौकरी नहीं दे पा रहा है. यूनियनों के प्रतिनिधियों का कहना है कि सरकार रोडवेज के मृतक आश्रितों के साथ भेदभाव हो रहा है. राज्य के सभी विभागों में मृतक आश्रितों को नियुक्ति दी जा रही है, सिर्फ रोडवेज में ही 2016 से नियुक्ति पर रोक है. उन्होंने सरकार से शीघ्र ही अनुकंपा के आधार पर आश्रितों को नियुक्ति देने की मांग की है.

रोडवेज के मृतक आश्रितों के साथ भेदभाव हो रहा है. सरकार ने सिर्फ रोडवेज में ही नियुक्ति पर रोक लगा रखी है. परिवहन विभाग इस समय स्वयं सीएम पुष्कर सिंह धामी के पास है, हमें उम्मीद है कि वह जरूर मृतक आश्रितों को लेकर उचित फैसला लेंगे.

-प्रेम सिंह रावत, प्रदेश अध्यक्ष, रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद

जब यूपी से अलग होकर उत्तराखंड रोडवेज बना था, तब साढ़े सात हजार से ज्यादा नियमित कर्मचारी मिले थे, अब घटकर संख्या 2500 तक रह गई. रोडवेज में कर्मियों की नियमित नियुक्ति जरूरी है. मृतक आश्रितों को नियुक्ति मिलनी चाहिए. संविदा कर्मियों को भी नियमित करने की जरूरत है. -अशोक चौधरी, प्रदेश महामंत्री, उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन

मृतक आश्रित नौकरी की मांग को लेकर दर-दर भटक रहे हैं. पहले कई बार आंदोलन भी कर चुके हैं. मृतक आश्रितों को नियुक्ति देने के लिए कई बार प्रबंधन को पत्र लिखा जा चुका है. निगम बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव पास कर शासन को जा चुका है, लेकिन शासन से अभी फैसला नहीं हो पाया.

-मेजपाल सिंह, क्षेत्रीय अध्यक्ष, रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद

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