ट्रेन की चपेट में हाथी का डेढ़ साल का बच्चा हुआ घायल

Update: 2022-12-19 10:14 GMT

लालकुआं न्यूज़: ट्रेन की चपेट में आने से हाथी का डेढ़ साल का बच्चा घायल हो गया। हाथी की मां समेत अन्य हाथियों के झुंड ने घेर लिया। सूचना पर पहुंचे वन विभाग ने हाथियों को भगाकर किसी तरह इलाज शुरू किया। फिलहाल ड्रोन व इंफ्रारेड कैमरे की मदद से उसकी निगरानी की जा रही है। रविवार को तराई केंद्रीय वन डिवीजन की टांडा रेंज के अंतर्गत लालकुआं-हल्दी रेलवे स्टेशन के बीच शहर से करीब दो किमी दूर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ने एक डेढ़ वर्षीय हाथी के बच्चे को टक्कर मार दी। इससे वह कई फिट गहरी खाई में गिरा और गंभीर रूप से जख्मी हो गया। यह घटना लालकुआं बीट के टांडा ब्लॉक-16 में हुई।

वन गूर्जरों ने इसकी सूचना तुरंत टांडा रेंजर रूप नारायण गौतम को दी। रेंजर ने तुरंत आला अधिकारियों को इस हादसे की सूचना दी। सूचना पर डीएफओ संदीप कुमार पशु चिकित्सकों और वन फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। वन टीम मौके पर पहुंची तो देखा कि घायल हाथी के आसपास हाथियों का झुंड चहलकदमी कर रहा है। पशु चिकित्सक जैसे ही घायल हाथी के बच्चे के पास जाते उसकी मांग व अन्य हाथी चिंघाड़ कर उन पर हमलावर हो जाते, ऐसे में टीम को वापस भागना पड़ता। इस तरह रेस्क्यू ऑपरेशन में भारी परेशानी हुई। इसके बाद वन विभाग ने दो जेसीबी मशीन और दो ट्रैक्टर ट्रॉली मंगाकर घटना स्थल की घेराबंदी की। वन कर्मचारियों ने हवाई फायरिंग की तब कहीं जाकर हाथी मौके से हटे और पशु चिकित्सकों ने घायल हाथी के बच्चे का इलाज शुरू किया। करीब तीन घंटे तक घायल हाथी के बच्चे के इलाज के दौरान आक्रोशित हाथियों का झुंड बार-बार घटना स्थल पर पहुंचता और वन कर्मी उन्हें भगाते। इस तरह इलाज में काफी परेशानी हुई।

पशु चिकित्सकों के अनुसार हाथी के बच्चे की रीढ़ की हड्डी में चोट आई है। इस वजह से चलने व उठने में परेशानी होरही है। फिलहाल घायल हाथी को जरूरी इंजेक्शन व दवाइयां दी गई हैं। इधर, वन विभाग ने घायल हाथी के बच्चे को प्राकृतिक वास स्थल में उसकी मां के साथ छोड़ने का फैसला किया है ताकि मां उसको प्यार करने के साथ ही उसकी देखभाल कर सके। हालांकि उसकी निगरानी ड्रोन, इंफ्रारेड कैमरा से की जा रही है। वन स्टाफ रात भर निगरानी करेगा और फिर सोमवार को उसकी हालत देखी जाएगी। फिर उसकी स्थिति के अनुसार इलाज किया जाएगा। इस दौरान एसडीओ शशि देव, रेंजर उमेश चंद्र आर्य, गौला एसओजी प्रभारी प्रमोद बिष्ट आदि मौजूद थे।

टांडा में ट्रेन की चपेट में आने से हाथी का डेढ़ साल का बच्चा जख्मी हो गया है। पशुचिकित्सकों की टीम ने मौके पर ही हाथी का उपचार किया है। फिलहाल प्राकृतिक वासस्थल में उसकी मां के साथ रखने का फैसला किया है। घायल हाथी की कैमरे की मदद से निगरानी की जा रही है। सोमवार को पशुचिकित्सक फिर से हाथी की स्थिति देखकर इलाज करेंगे। ट्रेन के लोकोपायलट के खिलाफ नियमानुसार रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।

- संदीप कुमार, डीएफओ तराई पूर्वी वन डिवीजन हल्द्वानी 

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