कुछ दिन की राहत के बाद प्रदेश के लोगों के सामने एक बार फिर बिजली का संकट खड़ा होने लग गया है। शुक्रवार के लिए बिजली की मांग 52.01 मिलियन यूनिट आंकी गई है, जिसके सापेक्ष केंद्रीय पूल, राज्य व अन्य माध्यमों से 45.69 एमयू बिजली उपलब्ध है।
प्रदेश में एक बार फिर बिजली की मांग बढ़ने से कटौती शुरू हो गई है। बृहस्पतिवार को ग्रामीण इलाकों से लेकर बड़े कस्बों तक कटौती की गई। बारिश के बीच उमस की वजह से बिजली की मांग कम होने का नाम नहीं ले रही है। बृहस्पतिवार को उपलब्धता कम होने की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों, फर्नेश इंडस्ट्रीज, छोटे और बड़े कस्बों में भी करीब दो से तीन घंटे की कटौती हुई।
यूपीसीएल प्रबंधन के मुताबिक, शुक्रवार के लिए बिजली की मांग 52.01 मिलियन यूनिट आंकी गई है, जिसके सापेक्ष केंद्रीय पूल, राज्य व अन्य माध्यमों से 45.69 एमयू बिजली उपलब्ध है। बाकी 6.32 एमयू बिजली को एनर्जी एक्सचेंज के माध्यम से खरीदने का प्रयास किया जा रहा है। उपलब्धता कम होने की स्थिति में शुक्रवार को भी कटौती हो सकती है।