जंगल में खैर-शीशम के सूखे पेड़ बन रहे खाद

खैर-शीशम के सूखे पेड़

Update: 2024-02-20 07:11 GMT

हरिद्वार: रेंज के पथरी जंगल में गिरे और सूखे पेड़ों का छपान नहीं हो रहा है। जिसके चलते जंगल में पड़े सूखे कीमती खैर और शीशम के पेड़ खाद बनते दिखाई जा रह हैं। पथरी के ग्रामीणों ने मामले में मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कर राजस्व की बड़ी हानि होना और वनप्रभाग की लापरवाई बताया है। हरिद्वार की रेंज के पथरी जंगल की पूर्वी, पश्चिमी, केन्द्रीय और टिग्रि बीट में हजारों की संख्या में सूखे पेड़ पड़े है। इनमें से कुछ खड़े है और कुछ जमीन पर गिर चुके है। जिसका छपान और कटान वन प्रभाग की ओर से नहीं किया जा रहा है।

सूखे पेड़ों का छपान नहीं होने के कारण सरकार को करोड़ों राजस्व की हानि हो रही है। ग्रामीणों की मानें तो जंगल में यदि सूखे पड़े पेड़ों का छपान और कटान हो जाता तो सैकड़ों मजदूरों को मजदूरी के साथ सरकार को करोड़ों रुपयों का राजस्व प्राप्त होगा। पूर्व में भी पथरी की एक बीट से कुछ तस्करों ने खेर के कीमती पेड़ों को काटकर ठिकाने लगाया था। जिसमें वनप्रभाग के कर्मचारी न तो पूरी लकड़ी पकड़ पाए और न ही तस्कर इनके हाथ आये। ग्रामीण सलीम अहमद, जगत सिंह नेगी, जाकिर, सुनील, दीपक, सुशील, प्रमोद, किशनलाल ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करायी है, ताकि जंगल में गिरे सूखे पेड़ों का छपान कर कटान कराया जाए। पथरी उपवन क्षेत्र अधिकारी महावीर नेगी का कहना है कि मामले में उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है। उनके आदेशानुसार ही जंगल में पड़े सूखे पेड़ों का छपान हो पायेगा। अभी छपान के लिये हमें कोई आदेश नहीं हुआ है।

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