जाखन गांव के भू-धंसाव क्षेत्र का डीएम ने किया निरीक्षण
पीड़ितों को मुआवजे के चेक वितरित किए
उत्तराखंड: विकासनगर के गांव जाखन में बुधवार को भू-धंसाव से 9 घर और 7 गौशालाएं पूरी तरह ध्वस्त हो गई थीं, जिसके बाद पूरा गांव खाली हो गया था। ग्रामीणों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट कर दिया गया था। गुरुवार को देहरादून की जिलाधिकारी सोनिका सिंह ने तहसील विकासनगर क्षेत्रान्तर्गत मदर्स मजरा जाखन के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने राजस्व विभाग एवं रेखीय विभागों के अधिकारियों को प्रभावितों/ग्रामीणों के लिए मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने प्रभावित क्षेत्र से ग्रामीणों को शिफ्ट किए गए सुरक्षित स्थान पर बने रहने को कहा।
जिला प्रशासन ने फौरी राहत के तौर पर प्रभावितों/पीड़ितों को मुआवजे के चेक वितरित किए। वहीं प्रभावित 28 परिवारों के लगभग 100 से 150 लोगों को पास के ही गांव पष्टा के जूनियर हाईस्कूल में राहत कैम्प लगाया गया है, कुछ प्रभावित लोग आस पास में रह रहे अपने रिश्तेदारों के यहां ठहरे हुए हैं। तहसील विकासनगर क्षेत्रान्तर्गत मदर्स मजरा जाखन में बुधवार को दोपहर से भूस्खलन की घटना हुई, जिसमें क्षेत्र के 10 मकान पूर्ण रूप से, 2 पक्के मकान आंशिक रूप से 7 गौशाला क्षतिग्रस्त हुई हैं। जिलाधिकारी के निर्देशों के अनुपालन में राजस्व विभाग सहित रेखीय विभागों के अधिकारी मौके पर उपस्थित होकर राहत बचाव कार्य में लगे हैं।
जिलाधिकारी द्वारा ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर बने रहने तथा राजस्व विभाग एवं रेखीय विभागों के अधिकारियों को राहत कैंप में मूलभूत सुविधाएं बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी के निर्देशों के अनुपालन में तहसील प्रशासन के द्वारा मौके सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। जिलाधिकारी ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को क्षति का आंकलन करने, भू-वैज्ञानिकों को क्षेत्र का भूगर्भीय सर्वे करने और प्रभावित परिवारों को विस्थापित करने का प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी द्वारा प्रभावित परिवारों से वार्ता कर उनका हाल-चाल जाना और दर्द भी साझा किया।
उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि लोगों को किसी प्रकार की समस्या न हो, इसका विशेष ध्यान रखें। इस दौरान उपजिलाधिकारी विकासनगर विनोद कुमार सहित राजस्व व रेखीय विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।