जिलाधिकारी युगल किशोर पंत ने मेंथा ऑयल और मूंज घास उत्पादन को बढ़ावा देने पर जोर दिया
रुद्रपुर: जिलाधिकारी युगल किशोर पंत ने एक जनपद दो उत्पाद के तहत जनपद में मेंथा ऑयल तथा मूंज घास उत्पादन को बढ़ावा देने पर चर्चा की। बुधवार को जिला कार्यालय सभागार में बैठक हुई। जिसमें जिलाधिकारी ने मेंथा ऑयल उत्पादन से जुड़े कारोबारियों से मेंथा उत्पादों की मार्केटिंग में आने वाली चुनौतियों के बारे में विस्तार से जानकारी ली।
कारोबारियों ने बताया कि मार्केट में सिन्थेटिक मेंथा ऑयल सबसे बड़ी चुनौती है, जोकि केमिकल युक्त होने के कारण मानव शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है। जिस पर जिलाधिकारी ने मार्गदर्शित करते हुए कहा कि सिन्थेटिक मेंथा ऑयल से मानव शरीर पर पड़ने वाले साइड इफेक्ट के बारे में विस्तार से जानकारी मुहैया कराई जाए।
जनपद में मेंथा उत्पादन बढ़ाने को हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने मेंथा ऑयल उत्पादन से जुड़ी कंपनियों के प्रतिनिधियों से कहा कि इंडस्ट्रीज को प्रशासन से जो भी मदद चाहिए लिखित में दें, प्रशासन हर संभव मदद करेगा। साथ ही मेंथा सुखाने की व्यवस्था को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश परियोजना निदेशक डीआरडीए को दिए। उन्होंने मेंथा की खेती करने वाले किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड जारी कराने के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश मुख्य कृषि अधिकारी को दिए।
डीएम ने मूंज घास पर आधारित उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए निर्देशित करते हुए कहा कि मूंज घास उत्पादन पर विशेष ध्यान दिया जाये तथा वन क्षेत्रों से मूंज घास काटने को वन विभाग द्वारा सरलता से अनुमति देने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने उत्पादों की आकृति, आकार, कलर एवं पेटर्न पर विशेष ध्यान देते हुए मार्केट डिमांड के आधार पर उत्पाद तैयार कराने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
दीपावली एवं त्योहारों के दौरान ड्राई फ्रूट पैकिंग की मांग के अनुसार मूंज घास आधारित उत्पाद मिष्ठान भंडारों को न मिलने के बारे में जानकारी देते हुए निर्देश दिए कि जून में मिष्ठान भंडारों के साथ समन्वय स्थापित कर, डिमांड पहले ही ले ली जाए, ताकि डिमांड के अनुसार सामान उपलब्ध कराया जा सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि स्थानीय उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने की हर संभव कोशिश की जाएगी। उन्होंने उत्पादन से लेकर बाजार तक पहुंचाने में उत्पादकों, कारीगरों की स्किल डेवलपमेंट, ट्रेनिंग, डिजाइन डेवलपमेंट, लाजिस्टिक्स आदि में सहायता कराने के निर्देश दिए। बैठक में परियोजना निदेशक हिमांशु जोशी, महाप्रबन्धक उद्योग उत्तम कुमार तिवारी, जिला उद्यान अधिकारी भावना जोशी, मुख्य कृषि अधिकारी एके वर्मा सहित किसान व इंडस्ट्रियलिस्ट आदि मौजूद थे।