Dehradun देहरादून। विकासनगर थाना कालसी की पुलिस ने भराया गांव के हृदय प्रकाश हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया है। छोटे भाई ने ही सोते समय चापड़ से बड़े भाई का गला काट कर हत्या की थी। साथ ही हत्या को आत्महत्या दिखाने व साक्ष्य मिटाने का प्रयास किया।
आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। घरेलू काम को लेकर हुए छोटे से विवाद पर हत्या की गई थी। जौनसार-बावर में भाई की हत्या का यह पहला मामला है। मामले का पर्दाफाश देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने बुधवार को पत्रकारों के समक्ष किया।
पुलिस को नौ अगस्त की रात सूचना मिली थी कि हरबर्टपुर स्थित लेहमन अस्पताल में भर्ती एक व्यक्ति की उपचार के दौरान मौत हो गई है, जिसके गला पर किसी धारदार हथियार से वार किया गया था। इस पर थानाध्यक्ष भुवन चंद पुजारी ने अस्पताल से हृदय प्रकाश (55) निवासी ग्राम भराया धनपोऊ खत लखवाड़ का शव कब्जे में लिया।
पुलिस जांच में मृतक के गले में गंभीर चोट के निशान मिले। पूछताछ में मृतक के छोटे भाई लूदर प्रकाश ने बताया कि उसके बड़े भाई हृदय प्रकाश ने कमरे में कुंडी लगाकर आत्महत्या की है। मामला संदिग्ध लगने पर 10 अगस्त की सुबह पुलिस ने फोरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान कमरे को घटना के बाद पानी से धोया जाना पाया गया, जो संभवत: घटना से संबंधित साक्ष्यों को मिटाने के उद्देश्य से किया गया था।
इस पर फोरेंसिक टीम ने कमरे से साक्ष्य एकत्र किए। 11 अगस्त को दिनेश प्रकाश ने पिता की हत्या करने के संबंध में पुलिस में तहरीर दी। इस पर पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया। घटना की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी अजय सिंह ने सीओ बीएल शाह के नेतृत्व में टीम गठित की। टीम ने सर्विलांस के माध्यम से संदिग्ध मोबाइल फोन नंबरों के बारे में जानकारी एकत्रित की।
साथ ही मृतक के स्वजनों से पूछताछ की। इस दौरान घटना वाले दिन मृतक के छोटे भाई के घर में मौजूद होने की बात सामने आई। इस पर पुलिस ने 13 अगस्त को मृतक के छोटे भाई लूदर प्रकाश से पूछताछ की। वह इधर-उधर की बातें करने लगा। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने बड़े भाई हृदय प्रकाश की चापड़ से हत्या करने की बात स्वीकारी। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त चापड़, खून से सने कपड़े, चादर घटनास्थल के पास से बरामद किए। पुलिस टीम में थानाध्यक्ष भुवन चंद्र पुजारी, दारोगा नीरज कठैत, सिपाही त्रेपन सिंह, संतोष कंडवाल, जसमेर सिंह, जितेंद्र आदि शामिल रहे।