ऋषिकेश न्यूज़: हेली बुकिंग का झांसा देकर साइबर ठगी करने वाले गैंग के एक सरगना को एसटीएफ और साइबर क्राइम स्टेशन पुलिस ने बिहार से गिरफ्तार कर लिया. आरोपी से ठगी की रकम दूसरे खाते में पहुंचाने के लिए उपयोग होने वाली पीओएस मशीन भी बरामद हुई है. साइबर ठगी के लिए बनाई गई 41 फर्जी वेबसाइटों को उत्तराखंड पुलिस अब तक ब्लॉक करा चुकी है.
चारधाम यात्रा का सीजन शुरू होते ही देशभर में साइबर ठग सक्रिय हो गए हैं. उन्होंने उत्तराखंड में चारधाम यात्रा, खासकर केदारनाथ धाम के लिए हेली बुकिंग का झांसा देकर देशभर में लोगों को चूना लगाया. शिकायतों को साइबर क्राइम स्टेशन में एकत्र किया गया. इस पर एक केस दर्ज कर जांच शुरू की गई. जांच में अब
तक 41 फर्जी साइटों को बंद करा दिया गया. एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि गृह मंत्रालय के राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल से भी डाटा इकट्टा किया गया. इसके बाद बिहार से पूर्व में सन्नी राज, बॉबी रविदास को गिरफ्तार किया गया था. उसने बताया कि गैंग का सरगना नीरज कुमार पुत्र अवधेश प्रसाद निवासी पोक्सी, केसोरी, थाना पकरीबरवां जिला नवादा बिहार है. उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी ने हाल में पवनहंस हेली सर्विस का कर्मी होने का कई लोगों को फर्जी पहचान पत्र भेजा. आरोपी खुद फर्जी वेबसाइट बनाने का काम करता है. साथ ही ठगी की रकम जो खातों में जाम होते हैं उसे कार्ड से स्वाइप कर फिनो पेमेंट बैंक खाते में ट्रांसफर कर देता. इसके बाद उसे एटीएम से निकाल लिया जाता. सीओ एसटीएफ अंकुश मिश्रा ने बताया कि आरोपी को 2021 में राजस्थान पुलिस ने भी गिरफ्तार कर चुकी है. तब उसने लड़की बनकर वहां के कई लोगों से ठगी की थी. आरोपी के खिलाफ तेलंगाना समेत कई राज्यों में मुकदमे दर्ज हैं. उसके खिलाफ साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर राजस्थान, कर्नाटक, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, गाजियाबाद, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, पंजाब, झारखंड समेत कई राज्यों में 21 शिकायतें दर्ज होने की भी जानकारी मिली. आरोपी से नौ मोबाइल फोन, एक टैब, पांच सिम कार्ड, एक फर्जी मुहर, नौ एटीएम कार्ड, चार आधार कार्ड, एक रजिस्टर समेत आदि सामान बरामद हुआ है. आरोपी से बरामद चार आधार कार्ड में अलग-अलग नाम व पते दर्ज हैं.