रुड़की में रबड़ जलाकर प्रदूषण फैला रहे कोल्हू संचालक, ग्रामीणों ने किया विरोध
ड़ का सीजन अब शुरू हो गया है. जिसको लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में कोल्हुओं का संचालन शुरू किया जा रहा है. लेकिन अधिकांश संचालक नियमों के खिलाफ कोल्हुओं का संचालन कर रहे हैं.
जनता से रिश्ता। गुड़ का सीजन अब शुरू हो गया है. जिसको लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में कोल्हुओं का संचालन शुरू किया जा रहा है. लेकिन अधिकांश संचालक नियमों के खिलाफ कोल्हुओं का संचालन कर रहे हैं. कोल्हू पर आग जलाने के लिए रबड़ का इस्तेमाल किया जा रहा है, जबकि गन्ने से बनने वाली खोई को गत्ता बनाने वाली फैक्ट्रियों में मोटे दामों पर बेचा जा रहा है. रबड़ के इस्तेमाल से जहां वातावरण दूषित हो रहा है. इससे आसपास रह रहे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई बार ग्रामीण कोल्हुओं पर जलने वाली रबड़ का विरोध और शिकायत कर चुके हैं. लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है.
बता दें कि, रुड़की के भारापुर क्षेत्र में गन्ने की चर्खियों के मालिक खुलेआम रबड़ का इस्तेमाल कर रहे हैं. जिससे आस-पास के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यह कोल्हू मालिक गन्ने से बनने वाली खोई को गत्ता बनाने वाली फैक्ट्रियों को मोटे दामों में बेच रहे हैं और खोई के बदले गुड़ बनाने के लिए रबड़ का इस्तेमाल कर रहे हैं. जिससे होने वाले प्रदूषण से आस-पास के लोगों का जीना मुहाल हो रहा है. साथ ही कई जानलेवा बीमारियों का डर भी सता रहा है. पैसों के लालच में चर्खी मालिक प्रतिदिन भारी मात्रा में ट्रैक्टर ट्रॉली से भरकर रबड़ मंगवाकर चर्खियों में जला रहे हैं.
कोल्हू में रबर जलाने का विरोध
वहीं, इस मामले में पॉल्यूशन अधिकारी सुभाष पंवार का कहना है कि उनके संज्ञान में मामला अभी आया है. जिसको लेकर वह इस संबंध में कार्रवाई करेंगे.