हल्द्वानी न्यूज़: उत्तराखंड में भर्ती घोटालों के शोर और युवाओं के आक्रोश के बीच एक बार फिर साठगांठ की राजनीति की बू उठने लगी है। जहां एक ओर उत्तराखंड का युवा धामी सरकार से भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच की मांग कर रहा है, सड़कों पर धरना प्रदर्शन करने को मजबूर है वहीं उत्तराखंड की भ्रष्ट राजनीति युवाओं के आंदोलन को कुचलने की साजिश रच रही है। फिर चाहे भाजपा हो या फिर कांग्रेस, भ्रष्ट राजनीति के हमाम में हर कोई बेपर्दा है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य धामी सरकार से दो दिन का विशेष सत्र बुलाने को कह रहे हैं वहीं सरकार अब भी एसटीएफ द्वारा छोटी मछलियों को पकड़ने की वाहवाही लूटकर मामले से पीछा छुटाती नजर आ रही है। ऐसा तब है जब भर्ती घोटालों में भाजपा नेताओं के साथ-साथ कांग्रेस के दिग्गजों के नाम भी सामने आए हैं। ऐसे में युवाओं को आशंका है कि कहीं विशेष सत्र की आड़ में एक बार फिर युवाओं के आंदोलन को तबाह न कर दिया। यह भी पढ़ें: एक पहाड़ी ऐसा भी: हल्द्वानी के युवा ने भर्ती घोटालों को लेकर प्रधानमंत्री मोदी को लिखा खुला पत्र, हो रहा वायरल कुछ इन्हीं आशंकाओं के साथ हल्द्वानी निवासी युवा आंदोलनकारी कार्तिक उपाध्याय ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है। युवा पहाड़ी कार्तिक उपाध्याय ने नेता प्रतिपक्ष, प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस समेत सभी कांग्रेस विधायक एवं कार्यकर्ताओं को खुला पत्र लिखकर युवाओं के मन में उठ रहे सवालों को सामने रखा है। आप भी पढ़िये पत्र में और क्या क्या लिखा है
सेवा में
नेता प्रतिपक्ष, प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस एवं समस्त कांग्रेस विधायक एवं कार्यकर्ता
विषय:-उत्तराखंड के भर्ती घोटाले की खुली किताब में कांग्रेसी नेताओं के नाम आने एवं सीबीआई जांच के संदर्भ में
महोदय,
उत्तराखंड में जिस तरह राज्य बनने के बाद से आज तक घोटाले खुलकर सामने आ रहे हैं और उसकी एक खुली किताब छप चुकी है, जिस किताब में न सिर्फ भारतीय जनता पार्टी बल्कि कांग्रेस के नेताओं के नाम भी सफेद किताब में काले अक्षरों में छपे हुए हैं। युवा जिसके लिए लगातार सीबीआई जांच कराने के लिए आंदोलन कर रहा है, पिछले कुछ दिनों में देखा गया है कि इस आंदोलन में पिछले दरवाजे से कांग्रेस भी प्रवेश कर चुकी है, लेकिन हम युवा आप सभी कांग्रेसियों से पूछना चाहते हैं कि इन घोटालों में जब आपके नाम भी आए हैं तो क्या नेता प्रतिपक्ष एवं समस्त कांग्रेसी नेता विधायक सोशल मीडिया में आई घोटाले की इस सूची की भी जांच सीबीआई को सौंपने के लिए खुला ऐलान करेगी।
यदि हां तो नेता प्रतिपक्ष से निवेदन है कि सबसे पहले वह सूची की सीबीआई जांच की मांग करें जिसमें स्वयं आपके द्वारा अनेकों लोगों को बैकडोर से विधानसभा में भर्ती करवाया गया है और यदि आप ऐसा नहीं कर सकते तो हम युवा सीधा यह समझते हैं कि आप हमेशा की तरह से फिर से राजनीति करने खुले मैदान में आ चुके हैं। हम युवा आपको बताना चाहते हैं कि आपकी यह पक्ष विपक्ष की सांठगांठ की राजनीति अब और अधिक हम युवा नहीं सह पाएंगे।
यदि आप चाहते हैं इन सभी घोटालों की सीबीआई जांच हो तो सबसे पहले अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से अपने द्वारा की गई अवैध भर्तियों की सीबीआई जांच के लिए सरकार को लिखें, हम सब आपको निष्पक्ष मानेंगे, जब आप अपने द्वारा की गई अवैध भर्तियों की जांच करवा कर स्वयं जेल के अंदर जाएंगे, अन्यथा हम युवाओं के साथ राजनीति कर फिर से हमें छलने का और हम युवाओं के आंदोलन को कुचलने का काम बंद करें और हम युवाओं के आक्रोश भरे इस आंदोलन को कमजोर करने का प्रयास बंद करें।