उत्तराखंड में आज से कांग्रेस की 'वीर ग्राम प्रणाम' यात्रा, जनरल बिपिन रावत और बीसी जोशी के गांव से होगी शुरुआत
कांग्रेस 19 दिसंबर से प्रदेशभर में तीन दिवसीय वीर ग्राम प्रणाम यात्रा निकालेगी।
कांग्रेस 19 दिसंबर से प्रदेशभर में तीन दिवसीय वीर ग्राम प्रणाम यात्रा निकालेगी। इन यात्राओं का शुभारंभ दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत के गांव सैण (बमरोली), पौड़ी गढ़वाल और पूर्व सेनाध्यक्ष दिवंगत जनरल बीसी जोशी के गांव दन्या अल्मोड़ा से होगा। इसके साथ ही प्रदेश के उन सभी गांवों से भी यात्रा निकलेगी जिन गांवों के सैनिकों, अर्द्ध सैनिकों, पुलिस कर्मियों ने देश एवं प्रदेश की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष और पूर्व सीएम हरीश रावत ने बताया कि वीर सैनिकों के सम्मान में निकलने वाली इन यात्राओं में दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत के गांव सैण से प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल यात्रा का नेतृत्व करेंगे। पूर्व सेनाध्यक्ष दिवंगत जनरल बीसी जोशी के गांव ग्राम दन्या से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल यात्रा का नेतृत्व करेंगे। वीर ग्राम प्रणाम यात्राओं में जिलों के सभी नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता भाग लेंगे।
नई ऊंचाइयों पर पहुंचा चुनाव अभियान
राहुल गांधी की देहरादून में रैली के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत गदगद हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव अभियान नई ऊंचाई पर खड़ा हो गया है। फेज वन पूरा हुआ। अब हम थीम इश्यू के साथ आगे बढ़ेंगे। किसान, नौजवान, महिला, दलित और अल्पसंख्यकों का कल्याण हमारे प्रमुख मुद्दे रहेंगे। समाज के कमजोर तबके के उत्थान के लिए घोषणापत्र में एक अलग चेप्टर होगा। हरीश रावत ने कहा कि राहुल गांधी की उत्तराखंड में दूसरी सभा जनवरी में कुमाऊं में हो सकती है।
भाजपाई ढोल की पोल खोल सभाएं आज से
हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस 19 दिसंबर से राज्यभर में भाजपाई ढोल की पोल खोल सभाएं आयोजित करने जा रही है। इसमें भाजपा सरकार के कारनामों और भ्रष्टाचार को उजागर करने का काम करेंगे। इस अभियान की शुरुआत पिथौरागढ़ से होगी। इसके तहत कांग्रेस कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर कांग्रेस चुनाव का शंखनाद करेंगे। हरीश रावत ने कहा कि भाजपा ने 60 पार का नारा दिया है, लेकिन जनता उनका तड़ीपार करने वाली है।
उनकी भीड़ उबाऊ थी, हमारी भीड़ टिकाऊ थी
हरीश रावत ने कहा कि पीएम मोदी की सभा में भीड़ उनका भाषण खत्म होने से पहले खिसकने लगी थी, जबकि राहुल की सभा में लोग तब तक टीके रहे, जब तक की उनका हेलीकॉप्टर उड़ नहीं गया। उन्होंने कहा कि उनकी भीड़ उबाऊ थी, जबकि हमारी भीड़ टिकाऊ थी।