चाभी खोने की वजह से नहीं हो पायी कमेटी की बैठक
उत्तराखंड कांग्रेस मुख्यालय अव्यवस्थाओं से हमेशा ही दो-चार होता रहा है. यहां कभी कमरों की लड़ाई दिखाई देती है तो कभी कुर्सियों की. इस बार भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला है. पार्टी मुख्यालय में एक तरफ ताला तोड़कर वॉर रूम खुलवाना पड़ रहा है,
जनता से रिश्ता। उत्तराखंड कांग्रेस मुख्यालय अव्यवस्थाओं से हमेशा ही दो-चार होता रहा है. यहां कभी कमरों की लड़ाई दिखाई देती है तो कभी कुर्सियों की. इस बार भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला है. पार्टी मुख्यालय में एक तरफ ताला तोड़कर वॉर रूम खुलवाना पड़ रहा है, तो दूसरी तरफ पार्टी के नेता बैठने की जगह नहीं मिलने से परेशान दिखाई दे रहे हैं.
कांग्रेस पार्टी मुख्यालय में प्रदेश उपाध्यक्ष पद के लिए जिस कमरे को निर्धारित किया गया है वह कमरा इन दिनों प्रचार-प्रसार की सामग्री से भरा पड़ा है. यूं तो 10X10 के इस कमरे में कांग्रेस के कई उपाध्यक्ष पदों पर आसीन नेताओं का बैठ पाना पहले ही मुश्किल रहता है. लेकिन अब इस कमरे में प्रचार-प्रसार की सामग्री रखने से पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष कहां बैठेंगे, यह बात निश्चित नहीं है. पार्टी कार्यालय में आज इसी बात को लेकर कांग्रेस के नेता सूर्यकांत धस्माना कुछ नाराज होते हुए दिखाई दिए.धस्माना ने नाराजगी जाहिर की तो प्रदेश अध्यक्ष से लेकर पार्टी के सह प्रभारी इस कमरे का मुआयना करते हुए दिखाई दिए. बहरहाल कमरों को लेकर पार्टी नेताओं की चिंता कोई नई बात नहीं है. इससे पहले भी कमरों और कुर्सी को लेकर कांग्रेस में लड़ाई दिखाई देती रही है.
उत्तराखंड कांग्रेस मुख्यालय में अव्यवस्थाओं का बोलबाला तो हमेशा से ही रहा है. नेताओं की यह लड़ाई अव्यवस्थाओं पर भी भारी पड़ती भी दिखाई दी है. बहरहाल ताजा खबर यह है कि आज कांग्रेस भवन में चुनाव के लिए बनाए गए वॉर रूम को हाथों से नहीं बल्कि पत्थरों से खोला गया. यहां लगे ताले के लिए चाभी की जगह ईंटों का इस्तेमाल हुआ.
दरअसल, पार्टी की बेहद अहम मेनिफेस्टो कमेटी की बैठक इस वॉर रूम में होनी थी . लेकिन ना तो इस रूम को खोलने के लिए चाभी मिली और न ही वो शख्स जिसके पास यह चाभी हो. फिर क्या था पार्टी के बड़े नेताओं ने ताले के साथ इसमें लगा कुंडा भी तोड़ने में देर नहीं लगाई.
हालांकि पार्टी के नेता इसे एक सामान्य बात कह रहे हैं. लेकिन कांग्रेस भवन के अंदर इस तरह ताले का टूटना पार्टी नेताओं में चर्चा का विषय बना रहा. इस मामले पर ईटीवी भारत ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल से ही सवाल कर डाला. जिसमें गोदियाल ने कहा उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है.