देहरादून न्यूज़: अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के तहत भराड़ीसैंण विधानसभा परिसर में कृषि विभाग की ओर से मिलेट्स उत्पादों का श्री अन्न भोज कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण सहित सभी कैबिनेट मंत्रियों और पक्ष-विपक्ष के विधायकों ने मोटे अनाज के पौष्टिक व्यंजनों का भरपूर आनंद लिया.
मुख्यमंत्री ने सराहा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कृषि विभाग की सराहना करते हुए कहा कि उत्तराखंड में उत्पादित होने वाला पारंपरिक मोटा अनाज मिलेट्स कई गुणों से भरपूर है. इसको बढ़ावा देने से प्रदेश के किसानों की आय में भी वृद्धि होगी. उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार की ओर से भी मिलेट्स को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.इस अवसर पर कृषि मंत्री गणेश जोशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि हाल में ही भारत सरकार द्वारा उत्तराखंड के मोटे अनाज (मंडुआ) को खरीद की अनुमति दी है. मंडुवा का न्यूनतम समर्थन मूल्य 3578 प्रति कुंतल तय किया गया है. मंत्री जोशी ने कहा कि इस भोज का उद्देश्य मोटे अनाज के पौष्टिक गुणों का प्रचार प्रसार करने के साथ पहाड़ी व्यंजनों के सेवन को बढ़ावा देना है.
सरकार बालपर्व के रूप में बनाएगी फूलदेई
उत्तराखंड के लोकपर्व फूलदेई के अवसर पर भराड़ीसैंण स्थित मुख्यमंत्री आवास में क्षेत्र के बच्चों ने पारम्परिक मांगल गीतों के साथ रंग-बिरंगे फूल बिखेरे. मुख्यमंत्री ने सभी को इस पावन पर्व की शुभकामना देते हुए कहा कि किसी भी राज्य की संस्कृति और परंपराओं की पहचान में लोक पर्वों की अहम भूमिका होती है. हमें अपने लोक पर्वों एवं लोक परम्पराओं को आगे बढ़ाने की दिशा में लागातार प्रयास करने होंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों को अपनी लोक संस्कृति और लोक पंरपराओं से जोड़े रखने के लिए लोक पर्व फूलदेई को आने वाले समय में संस्थागत तरीके से बाल पर्व के रूप में वृहद स्तर पर प्रति वर्ष मनाया जाएगा. इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत भी उपस्थित थे.