इस साल 3 मई से शुरू हुई चारधाम यात्रा, एक महीने में 10 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे उत्तराखंड

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Update: 2022-05-26 16:42 GMT

साल 2022 में चारधाम यात्रा का संचालन 3 मई से शुरू हुआ था. सिर्फ एक महीने में चारधाम यात्रियों की संख्या 10 लाख के पार हो गई है. 25 मई तक बदरीनाथ धाम पौने चार लाख, केदारनाथ में साढ़े तीन लाख से अधिक, गंगोत्री में दो लाख, यमुनोत्री में डेढ़ लाख, श्री हेमकुंट साहिब में 10 हजार श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे. चारधाम यात्रा इस समय सुचारू रूप से चल रही‌ है. मौसम भी सामान्य है. 25 मई तक 10 लाख 26 हजार से अधिक श्रद्धालु चारधाम पहुंचे हैं. आज यह आंकड़ा साढ़े दस लाख पर पहुंच जाएगा.

जारी आंकड़ों के अनुसार, बदरीनाथ धाम के कपाट 8 मई को खुले थे, तब से 25 मई की शाम तक 3 लाख 40 हजार 954 तीर्थयात्री दर्शन के लिए पहुंचे. केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई को खुले थे, तब से 25 मई की शाम तक 3 लाख 35 हजार 134 यात्री दर्शन करने पहुंचे. इसमें हे​लीकॉप्टर से पहुंचे 33 हजार 445 तीर्थयात्री भी शामिल हैं. गंगोत्री धाम के कपाट 3 मई को खुले थे. यहां 25 मई तक 200351 और यमुनोत्री धाम के कपाट 3 मई को खुले थे. यहां 25 मई तक 1 लाख 49 हजार 596 तीर्थयात्री पहुंचे हैं.
कोरोना काल से पहले साल 2019 में चारधाम यात्रा पर कुल 32 लाख 38 हजार 47 यात्री आए थे. कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की केदारनाथ और बद्रीनाथ मंदिरों की लगातार यात्राओं ने चारधाम यात्रा के लिए अभूतपूर्व संख्या में तीर्थयात्रियों को आकर्षित किया है. बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीडी सिंह ने कहा कि हमें खुशी और उम्मीद है कि तीर्थयात्री हमेशा की तरह मंदिर के दर्शन करते रहेंगे. प्रधानमंत्री की यात्राओं ने दुनियाभर के तीर्थयात्रियों में विश्वास पैदा करने में मदद की.
केदारनाथ में प्रधानमंत्री समेत कई वीआईपी शामिल थे, जिनमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, भारतीय सेना प्रमुख बिपिन रावत और मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी जैसे उद्योगपति शामिल थे. पीएम ने 2017, 2018 और मई 2019 में केदारनाथ मंदिर गए. केदारनाथ और बद्रीनाथ मंदिरों की उनकी यात्रा मई 2019 में हुई, जिसमें उन्होंने केदारनाथ में ध्यान गुफा में घंटों ध्यान भी लगाया.
कब कितने यात्री दर्शन के लिए पहुंचे
वर्ष 2000 में कुल 12,92,411 तीर्थयात्री चारधाम यात्रा पर पहुंचे. साल 2013 की त्रासदी के बाद 2,90,509 भक्तों के साथ वर्ष 2014 में तीर्थयात्रियों की सबसे कम संख्या दर्ज की गई थी. वर्ष 2015 से 8 लाख 4008 तीर्थयात्रियों के साथ संख्या में वृद्धि हुई है, जिसके बाद वर्ष 2016 में 14 लाख 4707 और वर्ष 2017 में 21 लाख 92 हजार 647 तीर्थयात्री पहुंचे.
वर्ष 2001 में सभी चार तीर्थों पर जाने वाले कुल तीर्थयात्री 8 लाख 9266 थे. उसके बाद वर्ष 2002 में 790211, वर्ष 2003 में 1033424, वर्ष 2004 में 1040155, वर्ष 2005 में 1341304, वर्ष 2006 में 1662935, वर्ष 2007 में 1942785, वर्ष 2008 में 2199608, 1904239 वर्ष 2009 में, वर्ष 2010 में 1942232, वर्ष 2011 में 2440855, वर्ष 2012 में 2468838, वर्ष 2013 में 1273553 और वर्ष 2014 में 290509 तीर्थयात्री दर्शन करने पहुंचे.
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