Champawat: बादल फटने से भूस्खलन की जद मे आए कई मकान, मलबे की चपेट में आए पांच ग्रामीण
Champawat चंपावत: जिले में दो दिन से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने क्षेत्र में भारी तबाही मचा दी है. दो दिन से जहां टनकपुर-पिथौरागढ़ ऑल वेदर सड़क कई जगह से बंद पड़ी है. वहीं लोहाघाट में एनएच का 30 मीटर हिस्सा बह गया है. लोहाघाट के सीमांत ढोरजा गांव में गौशाला ढहने से एक महिला की मौत हो गई. वहीं मटियानी क्षेत्र में बादल फटने से तीन भवन भूस्खलन की जद मे आ गए हैं.
बादल फटने से भूस्खलन की जद मे आए तीन घर
मटियानी क्षेत्र में बादल फटने से तीन भवन भूस्खलन की जद मे आ गए हैं. संवाददाता से मिली जानकारी के अनुसार पांच लोग मलबे में चपेट में आ गए हैं. किसी तरह ग्रामीणों ने जान जोखिम में डालकर चार लोगों को सुरक्षित बचा लिया है. वहीं एक महिला लापता है. जिसकी खोजबीन जारी है. लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ग्रामीणों को डरा रही है. बारिश के कारण सड़कें बंद होने के चलते जिला प्रशासन भी ग्रामीणों तक मदद नहीं पहुंचा पा रहा है.
खतरे की जद में आए कई मकान
उधर अमोड़ी डिग्री कॉलेज का भवन कोइराला नदी की चपेट में आने से खतरे की जद में आ गया है. भीगराड़ा में एडी देवता मंदिर की धर्मशाला भूस्खलन की चपेट में आने से धराशाई हो गई है. चमदेवल में भूस्खलन की चपेट में आने से भवन खतरे की जद में आ गया है. लोहाघाट डिग्री कॉलेज नसखोला सड़क में खड़ी जीप मलबे की चपेट में आने से बह गई है. वही दिगालीचोड़ के पास बादल फटने से आपदा में लगी जेसीबी मशीन मलवा के साथ सड़क से नीचे बह गई है. जिसमें ऑपरेटर और हेल्पर को गंभीर चोटे आई है.
विद्युत व्यवस्था हुई बाधित
इसके अलावा लोहाघाट की पुल्ला रोड में कलमठ बंद होने से मकान में पानी घुस गया है तो राईकोट में एक ग्रामीण के घर के दरवाजों को तोड़कर मलवा घर में घुस गया है. लोगों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई. लोहाघाट की निवर्तमान सभासद मीना ढेक के मकान में देवदार का पेड़ गिरने से दो भवनों को भारी नुकसान पहुंचा है तो वहीं बाराकोट सब स्टेशन में एक साथ 10 -12 पेड़ गिरने से विद्युत व्यवस्था बाधित हो गई है.