देहरादून न्यूज़: एसटीपी हादसे में मौत का शिकार हुए हरमनी और रंगतोली गांव के 12 लोगों के शवों को बेहद गमगींन माहौल में अंतिम विदाई दी गई. अलकनंदा के तट पर परिजनों के चीत्कार और महिलाओं और बच्चों के विलाप से सभी की आंखे गीली हो गई.
गुरूवार को पोस्टमार्टम के बाद जिस वक्त लोग अपने परिजनों के शव लेकर तट पर पहुंचे तो क्षेत्र के लोग भी उनका दुख बांटने के लिए वहां पहुंच गए. फरस्वाण फाट क्षेत्र के हरमनी और इसके तोक गांव में कुल मिलाकर कुल 80 परिवार रहते हैं. इसी हरमनी गांव से ही सर्वाधिक 10 लोगों की मौत इस हृदयविदारक घटना में हुई है. पड़ोस के रंगतोली के दो लोगों सुमित और सुखदेव की मौत भी हादसे में हुई है. इन सभी मृतकों के शवों को सुबह गोपेश्वर में पोस्टमार्टम पूरा होने के बाद अलकनंदा नदी के तट पर स्थित पैतृक बाजपुर घाट पर लाया गया. जहां दोपहर बाद एक बजे सभी चिताओं को अग्नि दी गई.
पीपलकोटी पुलिस चौकी में पसरा है सन्नाटा चमोली में अलकनंदा के समीप नमामि गंगे प्लांट में करंट फैलने से हुई दर्दनाक घटना से पीपलकोटी, चमोली, गोपेश्वर से लेकर दूरस्थ गावों तक सन्नाटा पसरा रहा. पीपलकोटी चौकी में तैनात उप निरीक्षक प्रदीप रावत की हादसे में मौत के बाद से पुलिस चौकी में अजीब सा सन्नाटा पसरा है.