केंद्रीय पर्यवेक्षक पूनिया ने सभी फ्रंटल, विभागों और प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों से बंद कमरे में अलग-अलग की बात
देहरादून न्यूज़: सर! बड़े नेताओं के विवाद सुलझवाइये. साथ ही अनुशासन सख्ती से लागू कराइए. जब तक अनुशासनहीनता करने वालों पर सख्त कार्रवाई नहीं होगी, तब तक बात बनने वाली नहीं है. हो सके तो पूरे संगठन के लिए सेवादल की ट्रेनिंग भी अनिवार्य की जाए. पार्टी के मनभेदों की पड़ताल को देहरादून आए केंद्रीय पर्यवेक्षक पीएल पूनिया फ्रंटल संगठनों से रूबरू हुए तो करीब करीब सभी का यही दर्द सामने आया.
कांग्रेस भवन के बंद कमरे में पूनिया ने बारी-बारी से विभिन्न फ्रंटल संगठन, प्रकोष्ठ और विभाग के पदाधिकारियों से बातचीत की. सूत्रों के अनुसार, यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर ने संगठन में जवाबदेही तय किए जाने की पैरवी की. महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने आने वाले चुनावों की तैयारियों पर विचार रखे. साथ ही सभी नेताओं के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए प्रभावी प्रयास करने का सुझाव दिया. सेवादल की मुख्य संयोजक हेमा पुरोहित ने कहा कि संगठन के प्रत्येक पदाधिकारी और कार्यकर्ता के सेवादल का प्रशिक्षण अनिवार्य करने का सुझाव दिया. सूत्रों के अनुसार, हेमा ने कहा कि पूर्व पीएम इंदिरा गांधी और राजीव गांधी भी लंबे समय तक सेवादल में रहे. इस पर पूनिया ने कहा कि रायपुर अधिवेशन में इस विषय पर विचार किया गया है. इसे हाईकमान के समक्ष रखा जाएगा.
बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.प्रदीप जोशी ने कहा कि अनुशासन सर्वोपरि है. अनुशासनहीनता पर बिना भेदभाव कार्रवाई होनी चाहिए. पार्टी में बड़े नेताओं के बीच बिना वजह होने वाले वाकयुद्धों से आम कार्यकर्ता का मनोबल टूटता है. लिहाजा अनुशासन को गंभीरता से लेते हुए प्रभावी व सख्त कदम उठाने चाहिए. पूनिया ने सभी के सुझाव को गंभीरता से सुना और जरूरी बिंदुओं को नोट भी किया.
उधर, पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, उपाध्यक्ष संगठन मथुरादत्त जोशी, विजय सारस्वत,सूर्यकांत धस्माना,पीके अग्रवाल,सुरेंद्र अग्रवाल, पूरन रावत, गरिमा दसौनी, अमरजीत सिंह, नवीन जोशी, मनीष नागपाल, महेेंद्र सिह नेगी,प्रभुलाल बहुगुणा,दर्शन लाल, लक्ष्मी अग्रवाल, सतेन्द्र सिंह पंवार, विकास नेगी, आशीष सैनी, अनिल बस्नेत, सुशील राठी, राजेश चमोली, सुनीता प्रकाश, सुजाता पॉल, मोहन काला, शिवा वर्मा, वसी जैदी, नवीन रमोला आदि भी पूनिया से मिलने पहुंचे. इसके पश्चात तीन दिन के प्रवास के बाद पूनिया शाम दिल्ली रवाना हो गए.