हरिद्वार न्यूज़: नंदा गौरा योजना का लाभ लेने को फर्जी आय प्रमाण पत्र लगाने के मामले में सिडकुल पुलिस ने 193 आवेदनकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. पुलिस ने प्रमाण पत्र के आधार पर आरोपियों को मुकदमे में नामजद किया है. इस मामले में महिला सशक्तिकरण मंत्री रेखा आर्या ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे.
सीडीओ प्रतीक जैन के मुताबिक महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग में वित्तीय वर्ष 2022-23 में नंदा गौरा योजना के अंतर्गत जिले में प्रथम चरण में बालिका के जन्म संबंधी 1328 आवेदन पत्र प्राप्त हुए थे. इसमें 70 आवेदन पत्र ऐसे थे जो आय प्रमाण पत्र की दृष्टि से फर्जी थे.
दूसरे चरण में 12वीं पास के अंतर्गत 4174 आवेदन प्राप्त हुए. जांच में 123 ऐसे आवेदन पत्र पकड़ में आए, जिनमें छेड़छाड़ की गयी थी. 193 मामले पकड़े जाने के बाद इन सभी को निरस्त कर दिया गया था और जिलाधिकारी ने मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए थे. जिला कार्यक्रम अधिकारी सुलेखा सहगल की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. उन्होंने बताया कि आवेदनकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज कराया गया है. इसकी पुष्टि इंस्पेक्टर रमेश तनवार ने की है.
सबसे अधिक फर्जी प्रमाण पत्र भगवानपुर क्षेत्र केसबसे अधिक 36 फर्जी प्रमाण पत्र भगवानपुर के मिले हैं. नारसन में 35, बहादराबाद प्रथम में 29, बहादराबाद द्वितीय में 21, रुड़की प्रथम में 25, सबसे कम हरिद्वार और खानपुर में दो दो प्रमाण पत्र फर्जी मिले हैं.
इन धाराओं में दर्ज किया गया केस पुलिस ने 420, 467, 468, 471 धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. सिडकुल थाने के एसएसआई शहजाद अली को मामले की जांच सौंपी गई है.
योजना के तहत इतना मिलता है लाभप्रदेश सरकार की ओर से नंदा गौरा देवी कन्याधन योजना के तहत बालिकाओं के जन्म के समय 11 हजार रुपये माता-पिता को दिए जाते हैं. इसके बाद बालिका के इंटर पास करने पर 51 हजार रुपये दिए जाते हैं. यह सहायता राशि पात्र बालिकाओं के अभिभावकों को दी जाती है.
बच्चों के अभिभावकों पर कार्रवाई करेगी पुलिस
पुलिस ने अपने मुकदमे में 193 आवेदनकर्ताओं को नामजद किया है, जबकि कार्रवाई आय प्रमाण पत्र लगाने वाले अभिभावकों पर होगी. जिला कार्यक्रम अधिकारी सुलेखा सहगल ने बताया कि पहचान के लिए आवेदनकर्ताओं के नाम दिए गए हैं, इसमें कई बच्चे भी शामिल हैं. सिडकुल थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर रमेश तनवार ने बताया कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. अभिभावकों को मुकदमे में नामजद किया जाएगा.
इन अभिभावकों ने फर्जीवाड़ा कर जरूरतमंद लोगों का हक मारने का प्रयास किया है. जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा. मामला जानकारी में आने पर पुलिस को तत्काल दोषियों के खिलाफ कार्यवाई के निर्देश दिए गए थे, इसी क्रम में यह मुकदमा दर्ज किया गया.
- रेखा आर्या, महिला सशक्तिकरण मंत्री