देवभूमि न्यूज़: अब खबर पौड़ी गढ़वाल से है। पौड़ी विधायक राजकुमार पोरी ने सभी विभागों की समीक्षा बैठक ली। बैठक के दौरान उन्होंने सभी से काम की रिपोर्ट ली। इसके बाद बैठक में ही विधायक राजकुमार पोरी का दर्द भी छलका। खबर है कि बैठक में अधिकारियों ने विधायक को कुछ खास तवज्जो नहीं दी, जिसके बाद विधायक का दर्द छलक उठा। आखिरकार उन्होंने कह दिया कि कम से कम विधायक पद की तो गरिमा बनाए रखें। दरअसल हुआ यूं कि विधायक राजकुमार पोरी ने जिलाधिकारी के साथ मिलकर सभी विभागों की समीक्षा ली। खबर है कि इस दौरान कई विभाग के अधिकारियों ने विधायक को पूरी जानकारी नहीं दी।इसके बाद विधायक चुपचाप लोगों की बातें सुनकर मंथन करते रहे।
इस बीच स्वास्थ्य विभाग की ओर से पीपीपी मोड के पौड़ी में संचालित अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों और विधायक में मामला गरमा गया। बस फिर क्या था? विधायक राजकुमार पोरी ने साफ साफ कह दिया कि लोग उनकी शराफत की वजह से उन्हें सम्मान नहीं दे रहे। उन्होंने कहा कि शहर के बाहर उन्हें बतौर विधायक पूरा सम्मान मिलता है लेकिन अपने शहर में ही सम्मान नहीं मिल रहा। उनका दर्द छलका तो आगे कह दिया कि कहने के बाद विधायक भावुक भी नजर आए। उन्होंने आगे कहा कि एक आम नागरिक की हैसियत से उनका सम्मान न करें लेकिन विधायक पद की गरिमा कम से कम बनाए रखें।