भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने पराली जलाने पर प्रतिबंध के विरोध में की जमकर नारेबाजी

Update: 2022-10-31 14:39 GMT

जसपुर न्यूज़: भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने पराली जलाने पर लगाए गए प्रतिबंध के विरोध में जमकर नारेबाजी की। उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर पराली जलाने पर लगाए गए प्रतिबंध को तत्काल हटाये जाने की मांग की गई। चेतावनी दी गई कि इस मुद्दे को लेकर किसानों को परेशान किया गया तो यूनियन आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी। भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता सोमवार को अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जसपुर कृषि उत्पादन मंडी समिति परिसर में एकत्र हुए और उन्होंने पराली जलाने पर लगाए गए प्रतिबंध का विरोध जताया और जमकर नारेबाजी की। उसके बाद भाकियू कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी सीमा विश्वकर्मा को सौंपा।

जिसमें कहा कि तीन कृषि कानून वापस लिए जाने के दौरान हुए समझौते में पराली जलाने पर लगाए गए प्रतिबंध के विरुद्ध पारित किए गए कानून को भारत सरकार द्वारा वापस ले लिया गया था और कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर द्वारा इस संबंध में अपने बयान में कहा गया था कि पराली जलाने को लेकर किसानों के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमे वापस लिए जाएंगे। पराली जलाना अपराध नहीं है। इसके बावजूद सरकारी कर्मचारियों द्वारा पराली जलाने पर किसानों को बेजा परेशान किया जा रहा है। कई किसानों का चालान भी काटा गया है, जिससे किसानों में रोष व्याप्त है। पराली को जलाने के अतिरिक्त किसानों के सामने अन्य विकल्प नहीं है।

इस मौके पर भाकियू वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेम सिंह सहोता, भाकियू ब्लांक अध्यक्ष जगीर सिंह, युवा भाकियू ब्लांक अध्यक्ष अमन प्रीत सिंह, जगजीत सिंह भुल्लर, सुखदीप सिंह सहोता, जसवीर सिंह, सुवेग सिंह, दीदार सिंह, चौधरी किशन सिंह, दर्शन दयोल, धर्म सिंह, सुवेग सिंह, हरदीप सिंह, जगदीप सिंह वैंस, अवतार सिंह, सतवीर सिंह ढिल्लो इन्द्र सिंह चीमा व हरदीप सिंह संधू आदि मौजूद रहे।

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