काशीपुर। पुलिस ने 502.20 ग्राम स्मैक के साथ बरेली निवासी एक शातिर तस्कर को गिरफ्तार किया है। आरोपी से स्मैक बेचकर कमाए गए 15 हजार रुपये भी बरामद हुए हैं। आरोपी कुख्यात स्मैक तस्कर रेशमा से स्मैक लेकर काशीपुर और उसके आसपास के क्षेत्रों में स्मैक तस्करों को बेचता था। एसएसपी ने टीम को दो हजार रुपये नकद देने की घोषणा की है।
बुधवार को एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि जनपद में चलाए जा रहे नशे के खिलाफ अभियान के तहत एसपी और सीओ के निर्देशन में कोतवाल मनोज रतूड़ी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था। टीम ने मंगलवार को चेकिंग के दौरान ढेला पुल के पास अमरूद्दीन अंसारी निवासी ग्राम अगरास थाना फतेहगंज मीरगंज जिला बरेली यूपी को पकड़ा। तलाशी लेने पर आरोपी के पास से 502.20 ग्राम स्मैक और 15 हजार रुपये बरामद हुए। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह कपड़े की कढ़ाई का काम करता था। काम में मंदी आने के कारण उसकी आर्थिक स्थिति काफी खराब हो चुकी थी। उसे पैसों की काफी जरूरत थी।
उसी के क्षेत्र की रेशमा जो पहले से ही स्मैक के कारोबार में मशहूर है और कई बार बरेली और काशीपुर में स्मैक के मामले में जेल जा चुकी है। उसने अपने पास बुलाकर ज्यादा पैसे कमाने का लालच दिया। जिसके बाद वह रेशमा से स्मैक लाकर काशीपुर और उसके आसपास के क्षेत्रों में स्मैक तस्करों शाहनवाज, उसकी पत्नी, यामीन, शमीम भाभी निवासी बैलजुड़ी थाना कुंडा को ऊंचे दामों पर बेचता था।
आरोपी ने बताया कि बरेली में जब घर पर रेशमा नहीं होती थी तो उसकी बेटी उजमा उसे स्मैक देती थी। कितना पैसा कहां से लाना है इसका सारा हिसाब भी रेशमा की बेटी उजमा ही रखती थी। आरोपी अमरुद्दीन ने बताया कि वह पढ़ा लिखा नहीं है इसलिए धंधे का सारा हिसाब किताब रखने के लिए उसकी पत्नी मदद करती थी।
एसएसपी ने बताया कि आरोपियों की अवैध नशे की तस्करी कर कमाई गई प्रॉपर्टी को चिन्हित कर ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की जाएगी। एसएसपी ने बताया कि प्रकाश में आए आरोपियों के अपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है। टीम में कोतवाल मनोज रतूड़ी, एसएसआई प्रदीप मिश्रा, एसआई नवीन बुधानी, कंचन पडलिया, देवेंद्र सामंत, प्रेम कनवाल, गौरव सनवाल, सुरेंद्र सिंह, रिचा तिवारी एसपीओ माजिद आदि शामिल रहे।