बद्रीनाथ में नहीं पढ़ी जाएगी बकरीद की नमाज, पंडा समाज की मांग के बाद बनी सहमति
बद्रीनाथ में नहीं पढ़ी जाएगी बकरीद की नमाज
उत्तराखंड। श्रीबद्रीनाथ धाम में ईद उल-अज़हा (बकरीद) त्योहार मनाने को लेकर एक हिंदू संगठन की बैठक हुई थी. यहां नमाज अदा करने को लेकर हिंदू संगठनों के साथ व्यापारिक और तीर्थ पुरोहितों ने बैठक कर एतराज जताया था. बैठक हिंदू संगठन के साथ-साथ बद्रीनाथ व्यापार सभा पंडा पुरोहित तीर्थ पुरोहितों ने की थी.
पंडा पुरोहित और तीर्थ पुरोहितों के साथ-साथ बद्रीनाथ धाम में अलग-अलग कार्यों में लगे हुए ठेकेदार और उनके मजदूरों के साथ थाना बद्रीनाथ में हुई. जिसमें पंडा समाज ने मांग की कि बद्रीनाथ धाम में ईद की नमाज अदा नहीं होनी चाहिए, क्योंकि यहां पर धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ईद की नमाज अदा करने की परंपरा नहीं है.
ऐसे में पुलिस प्रशासन ने गैर हिंदुओं से वार्ता करके नमाज अदा न करने की मांग की थी. इसके बैठक के बाद गैर हिंदुओं ने भी अपनी सहमति जताते हुए आगामी ईद को बद्रीनाथ धाम से बाहर मनाने की बात कही. जिस पर सभी लोगों ने अपनी सहमति जताई है.
वहीं पुलिस प्रशासन ने मीटिंग रजिस्टर में भी बैठक को दर्ज कर लिया है. रजिस्टर में सभी गैर हिंदुओं की सहमति को दर्ज किया है. इस संबंध में वरिष्ठ उप निरीक्षक एसआई लक्ष्मी बिलजवाण ने जानकारी दी है. लक्ष्मी बिलजवाण ने बताया कि व्यापार सभा के साथ-साथ सभी संगठन बैठक में मौजूद रहे.
उन्होंने बताया कि सभी ने ईद उल जुहा त्यौहार पर बदरीनाथ धाम में ईद की नमाज अदा न करने की मांग की थी. जिस पर पुलिस ने बैठक बुलाकर सभी से वार्ता की और इस पूरे मामले को उच्च अधिकारियों को बता दिया गया है.
वहीं पुलिस उपाधीक्षक प्रमोद कुमार ने बताया कि बद्रीनाथ धाम में कार्य करने वाले मजदूर, कारीगर और अन्य लोग ईद के त्योहार पर वापस घर लौट चुके हैं. यहां नमाज अदा नहीं होगी, यहां पर इस प्रकार के गतिविधियों की इजाजत नहीं दी गई है.