पिथौरागढ़ से चम्पावत तक आशा कार्यकत्रियों ने किया कार्य बहिष्कार

Update: 2024-02-26 09:24 GMT

ऋषिकेश: सीमांत में मानदेय सहित विभिन्न मांगों को लेकर आशा कार्यकत्रियों का कार्य बहिष्कार दूसरे दिन भी जारी रहा। कार्यकत्रियों का कहना है कि महंगाई के इस दौर में उन्हें अल्प मानदेय दिया जा रहा है। इससे उनके लिए घर चलाना मुश्किल हो गया है। नगर के टकाना स्थित सीएमओ कार्यालय में आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन की अध्यक्ष इंद्रा देऊपा के नेतृत्व में कार्यकत्रियां एकत्र हुई। इस दौरान उन्होंने नारेबाजी करते हुए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और धरने में बैठ गए। वक्ताओं ने कहा कि शासन-प्रशसान उनसे कार्य तो कराता है, लेकिन पर्याप्त मेहनताना नहीं देता है।

उन्होंने सरकार से आशाओं का मासिक मानदेय निर्धारित करने, मानदेय को लेकर डीजी हेल्थ की ओर से बनाए गए प्रस्ताव को लागू करने, आशाओं को कर्मचारी का दर्जा देने, सेवानिवृत्त होने वाली आशाओं को एकमुश्त धनराशि व आजीवन पेंशन का प्रावधान, विभिन्न मदों के लिए दिए जाने वाली धनराशि को अनिवार्य रूप से हर महीने देने व ट्रेनिंग व पल्स पोलियो अभियान के दौरान प्रति दिन पांच सौ रुपए का भुगतान देने की मांग की है। ये रहे शामिल विण ब्लॉक अध्यक्ष रीता वल्दिया, मूनाकोट ब्लॉक अध्यक्ष उर्मिला सौन, लीला जोशी, दीपा देवी, सुनीता ऐरी, पिंकी कलोनी, हंसा देवी, रेखा उप्रेती, रेखा वर्मा, खष्ठी भट्ट, लीला महर, नीरू पाठक, माहेश्वरी पाठक, दीपा मेहता, मंजू बोरा रहे।

आशाओं ने 18 हजार मानदेय की मांग उठाई

चम्पावत और बाराकोट में आशा कार्यकत्रियों ने मानदेय सहित 6 सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार को ज्ञापन भेजा। इधर टनकपुर और पाटी में भी आशाओं ने प्रदर्शन किया।बाराकोट में ब्लॉक अध्यक्ष मंजू जोशी के नेतृत्व में कार्यकत्रियों ने ज्ञापन दिया। इस दौरान नंदा मेहता, चांदनी, सुनीता जोशी, रोशनी बिष्ट,हीरा गोस्वामी, चंपा देवी, रेखा देवी, कल्पना अधिकारी, दीपा जोशी, निर्मला जोशी, मीना देवी, दीपा सामंत,कुसुम लता, पुष्पा सामंत, गोदावरी देवी, रेनू बिष्ट, सावित्री देवी, बसंती देवी आदि लोग मौजूद रहीं। ऋषिकेश

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