गुस्साए ग्रामीणों ने विरोध में निकली मशाल जुलूस, जमकर की नारेबाजी
डुंगरी पंथ के लोग नगर निगम श्रीनगर में शामिल नहीं होना चाहते है. इसको लेकर ग्रामीण लगातार मुखर हैं और प्रदर्शन कर आक्रोश जता रहे हैं. गुस्साए ग्रामीणों ने देर रात नगर निगम श्रीनगर के विरोध में मशाल जुलूस निकालकर स्थानीय विधायक व कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
जनता से रिश्ता। डुंगरी पंथ के लोग नगर निगम श्रीनगर में शामिल नहीं होना चाहते है. इसको लेकर ग्रामीण लगातार मुखर हैं और प्रदर्शन कर आक्रोश जता रहे हैं. गुस्साए ग्रामीणों ने देर रात नगर निगम श्रीनगर के विरोध में मशाल जुलूस निकालकर स्थानीय विधायक व कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
ग्रामीणों का कहना है कि नगर निगम में आने के बाद ग्रामीणों के हित प्रभावित हो रहे है. उन्होंने कहा कि नगर निगम में शामिल होने से उन्हें सरकार से ग्रामीण क्षेत्रों में मिलने वाली योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाएगा. उन्हें भवन कर भी देना होगा. छोटी-छोटी चीजों के नक्से भी निगम से बनाने होंगे. जिसके चलते उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.
ग्रामीणों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी आपत्ति के बाद भी उन्हें नगर निगम में शामिल किया जाता है तो इसका विरोध किया जाएगा. लेकिन ग्रामीण किसी भी कीमत पर निगम में शामिल नहीं होंगे. इसके लिए ग्रामीणों को भूख हड़ताल करनी पड़े तो वे लोग करेंगे.
बता दें कि श्रीनगर नगर निगम बनाने के लिए न केवल श्रीनगर नगर पालिका परिषद का पूरा क्षेत्र इसमें लिया गया है, बल्कि, 21 गांव भी इसमें जोड़े गए हैं. इन गांव में नकोट, दिगोली, धनचड़ा, चंद्रवाड़ी, पुंडोरी, वैध गांव, रतड़ा, स्वीत, चोपड़ा लगा स्वीत, कोटेश्वर गुठ, फरासू, सेम, गहड़, बागवान लगा चोपड़ा, चोपड़ा, ढांमक, पथलगा, डुंगरी पंथ, डुगरीपथ, कलिया सौड़, हैडी, घोणलगा, उफल्डा शामिल हैं. नगर निगम श्रीनगर में शामिल कराए जाने की घोषणा के बाद से ही ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है.