एम्स ऋषिकेश लोगों का उपचार करने में अव्वल

योजना के तहत अब तक एक लाख से अधिक मरीजों का इलाज किया जा चुका है

Update: 2024-04-19 04:50 GMT

ऋषिकेश: एम्स ऋषिकेश के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है। भारत सरकार की आयुष्मान योजना के तहत मरीजों का इलाज करने में एम्स ऋषिकेश देशभर के एम्स संस्थानों में पहले स्थान पर है। इस योजना के तहत अब तक एक लाख से अधिक मरीजों का इलाज किया जा चुका है। आयुष्मान भारत योजना अक्टूबर 2018 से एम्स ऋषिकेश में शुरू की गई थी। तब से लगातार उत्तराखंड और देश के अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में मरीज इस योजना के तहत अपना इलाज करा रहे हैं। एम्स में करीब 90 बेड हैं. लगभग 90 प्रतिशत मरीज आयुष्मान योजना के तहत नामांकित हैं। एम्स में आयुष्मान भारत के नोडल डाॅ. मोहित ढींगरा ने बताया कि एम्स में अब तक आयुष्मान भारत के तहत 120537 मरीजों का इलाज हो चुका है. जिनमें से 86285 मरीज उत्तराखंड से, 33530 मरीज उत्तर प्रदेश से और 722 मरीज अन्य राज्यों से हैं।

आयुष्मान भारत योजना क्या है: आयुष्मान भारत योजना भारत सरकार की एक स्वास्थ्य योजना है। जिसे 23 सितंबर 2018 को पूरे देश में लागू किया गया था. तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2018 के बजट सत्र में इस योजना की घोषणा की थी. योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को स्वास्थ्य बीमा प्रदान करना है।

एबीडीएम में राज्य सरकार से पुरस्कार मिला: एम्स ऋषिकेश को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन में उत्कृष्ट कार्य के लिए 25 फरवरी 2023 को उत्तराखंड सरकार से पुरस्कार मिला है। एबीडीएम योजना के तहत किसी भी चिकित्सा संस्थान में आने वाले मरीजों का पूरा स्वास्थ्य विवरण ऑनलाइन अपलोड किया जाता है। इसके बाद व्यक्ति को एक यूनिक नंबर दिया जाता है. जब उक्त व्यक्ति किसी अन्य चिकित्सा संस्थान में इलाज के लिए जाता है तो उक्त चिकित्सा संस्थान यूनिक नंबर के माध्यम से मरीज का पूरा विवरण ऑनलाइन जांच कर सकता है।

एम्स में आयुष्मान योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने का हर संभव प्रयास किया जाता है। यह पूरी टीम की मेहनत का नतीजा है कि हम लोगों तक इस योजना का लाभ पहुंचाने में बेहतर साबित हो रहे हैं. - प्रो. मीनू सिंह, निदेशक, एम्स

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