एम्स के चिकित्सकों नेरोबोटिक सर्जरी से किया लीवर कैंसर का इलाज

रोगी के लीवर में कैंसर की वजह से ट्यूमर बना हुआ था

Update: 2024-02-29 08:35 GMT

षिकेश: एम्स के चिकित्सकों ने लीवर कैंसर से ग्रसित एक मरीज की सफल रोबोटिक सर्जरी की। 34 वर्षीय रोगी के लीवर में कैंसर की वजह से ट्यूमर बना हुआ था, जिससे पिछले तीन महीने से उसकी हालत नाजुक बनी हुई थी। सर्जिकल गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सुनीता सुमन ने बताया कि उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जनपद के दरमोला गांव निवासी 34 वर्षीय लक्ष्मण सिंह पिछले तीन महीने से बुखार से ग्रसित थे। बीमारी की गंभीरता को देखते हुए विभाग के वरिष्ठ सर्जन डॉ. निर्झर राज ने रोबोटिक सहायता से मरीज की राइट पोस्टीरियर सेक्शनेक्टॉमी की। इस प्रक्रिया द्वारा कैंसर से प्रभावित लीवर के लगभग 35 प्रतिशत हिस्से को अलग किया गया। सहायक प्रोफेसर डॉ. लोकेश अरोड़ा ने प्रमुख रक्त वाहिकाओं के आपस में बहुत निकट होने के कारण लीवर रिसेक्शन सर्जरी की। एम्स ऋषिकेश की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह ने इस सफल सर्जरी के लिए सर्जिकल टीम की दक्षता की सराहना की।

क्या है रोबोटिक सर्जरी: रोबोटिक गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल और हेपेटोबिलरी सर्जन डॉ. निर्झर राज ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी से रोगी की सुरक्षा और आराम सुनिश्चित करते हुए बेहतर परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं। सामान्य सर्जरी की विधि द्वारा पेट में लंबे चीरे लगाने पड़ते हैं और मरीज को ऑपरेशन के बाद 10-15 दिनों तक अस्पताल में रहने की आवश्यकता होती है जबकि रोबोटिक तकनीक से की गई सर्जरी द्वारा रोगी जल्द रिकवर होता है और उसे 5 से 7 दिनों में ही अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है। इसके अलावा रोबोटिक विधि से 10 गुना बेहतर दिखाई देता है। इसकी मदद से जटिलतम सर्जरी की जा सकती है। ऋ

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