आंदोलनकारी दीपक करगेती को उद्यान निदेशक से हैं जान का खतरा, राज्यपाल से की सुरक्षा मुहैया कराने की मांग
रानीखेत न्यूज़: यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सामाजिक कार्यकर्ता एवं आंदोलनकारी दीपक करगेती को उद्यान निदेशक हरविंदर सिंह बवेजा से जान के खतरे की आशंका जताते हुए उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने की मांग राज्यपाल से की है। यहां संयुक्त मजिस्ट्रेट के माध्यम से राज्यपाल को प्रेषित ज्ञापन यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने तहसीलदार मनीषा मारकाना को सौंपा। जिसमें कहा गया है कि सामाजिक कार्यकर्ता एवं आंदोलनकारी दीपक करगेती पिछले कुछ माह से उद्यान विभाग में व्याप्त कथित भ्रष्टाचार और उसमें निदेशक की भूमिका को उजागर करते आ रहे हैं। और भ्रष्टाचार की जांच तक निदेशक को उनके पद से हटाने की मांग करते रहे हैं। दीपक करगेती द्वारा उद्यान विभाग का कथित भ्रष्टाचार का मामला उजागर करने से तिलमिलाए निदेशक एक महिला के माध्यम से उन पर महिला उत्पीड़न, छेड़छाड़ और नशे की हालत में होने का मुक़दमा भी लिखवा चुके हैं।जिसके बाद दीपक करगेती द्वारा देहरादून में तेरह दिन तक आमरण अनशन किया गया गया। अनशन के बाद बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी एक अनजान व्यक्ति द्वारा उनके साथ अभद्रता की गई।
यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को भेजे ज्ञापन में आशंका जाहिर की है कि उद्यान विभाग में कथित भ्रष्टाचार के आरोप लेकर पूरे तेवरों के साथ खड़े दीपक करगेती जैसे जुझारू युवा से उद्यान निदेशक बौखलाए हुए हैं और तरह-तरह के हथकंडे अमल में ला रहे हैं। उनके द्वारा दीपक पर जानलेवा हमला भी कराया जा सकता है। ऐसे में दीपक करगेती को तत्काल सुरक्षा मुहैया कराई जाए। यदि दीपक के साथ कोई घटना घटित होती है तो उसकी जिम्मेदारी शासन, प्रशासन की होगी। राज्यपाल से उद्यान निदेशक के विरूद्ध जांच होने के दौरान उन्हें पद से हटाने की मांग भी की। कहा गया कि पद में रहते निदेशक जांच को प्रभावित कर सकते हैं। ज्ञापन में चेतावनी दी गई कि उपरोक्त मांगों पर तीन दिन के भीतर कार्रवाई न होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा।
ज्ञापन देने वालों में विधानसभा महासचिव हिमांशु आर्या, पूर्व अध्यक्ष भतरौंजखान अंकिता पंत, अंकित रावत, नितिन प्रकाश, नीरज वाल्मीकि, मनोज कोरंगा, नावेद कुरैशी, संजय बिष्ट, दीपक बिष्ट, योगेश फर्तयाल, प्रभात रावत आदि मौजूद रहे।