केदारनाथ धाम में हेलीकॉप्टर पायलट के सूझबूझ से टला बड़ा हादसा ,जाने पूरी घटना

Update: 2024-05-24 07:40 GMT

उत्तराखंड :   केदारनाथ धाम में हेलीकॉप्टर पायलट की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टल गया. केदारनाथ में तकनीकी खराबी के कारण हेलीकॉप्टर की आपात लैंडिंग करनी पड़ी. हेलीकॉप्टर में 6 यात्री सवार थे. हालांकि, इस हादसे में कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है. रुद्रप्रयाग के आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि हेलीकॉप्टर सिरसी हेलीपैड से 5 यात्रियों को लेकर केदारनाथ धाम जा रहा था. इसी बीच केन्स्ट्रल एविएशन कंपनी के एक हेलीकॉप्टर में अचानक तकनीकी खराबी आ गई. इसके बाद शाम 7:05 बजे हेलीकॉप्टर को केदारनाथ धाम हेलीपैड से करीब 100 मीटर पहले इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी.

लैंडिंग के वक्त हेलीकॉप्टर को सीधे जमीन पर लाया गया. इस बीच हेलीकॉप्टर का पिछला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया. डीजेसीए से इस घटना की जानकारी मिलने के बाद टीम ने हादसे की जांच शुरू कर दी है. अधिकारी ने हेलीकॉप्टर पायलट के हवाले से बताया कि हेलीकॉप्टर में सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं. हेलीकॉप्टर की सुरक्षित लैंडिंग के बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली.बता दें कि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. 10 मई से शुरू हुई चारधाम यात्रा से पहले 10 दिन में 3 लाख 19 हजार तीर्थयात्री आ चुके हैं. उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को चारधाम यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पिछले साल की तुलना में यमुनोत्री में तीर्थयात्रियों की संख्या 127%, केदारनाथ में 156% बढ़ी है.इसके अलावा राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है। ये आदेश राज्य के मुख्य सचिव की ओर से जारी किये गये हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर धामी पहले ही व्यवस्थित यात्रा के आदेश दे चुके हैं. इसके अलावा टूर एंड ट्रैवेलर्स एजेंसियों को भी निर्देश जारी किए गए हैं. इस निर्देश के मुताबिक सिर्फ पंजीकृत यात्रियों को ही लाने का निर्देश दिया गया है.



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