देहरादून न्यूज़: राज्य में जलभराव से जूझते शहरों को जल्द ही इस समस्या से निजात मिलने की उम्मीद है. राज्य के सात प्रमुख शहरों के लिए सिंचाई विभाग नए सिरे से ड्रेनेज प्लान तैयार कर रहा है. इस संबंध में जल्द ही शासन को प्रस्ताव सौंपा जाएगा. सिंचाई विभाग के अध्यक्ष इंजीनियर जयपाल सिंह ने इसकी पुष्टि की.
सिंह ने बताया कि यह ड्रेनेज प्लान भविष्य की चुनौतियों और संभावनाओं का आकलन करते हुए बनाए जा रहे हैं. इससे शहरों की ड्रेनेज व्यवस्था को बेहतर किया जा सकेगा. हल्द्वानी के ड्रेनेज प्लान का खाका काफी हद तक तैयार है.
मालूम हो कि राज्य में जलभराव एक बड़ी समस्या हैरकार ने इस समस्या का स्थानीय समाधान तलाशने पर फोकस किया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी अफसरों को इस संबंध में निर्देश दे चुके हैं. मुख्यमंत्री ने भविष्य की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए ड्रेेनेज को लेकर ठोस सिस्टम बनाने पर जोर दिया है. सिंह ने बताया कि सभी शहरों के ड्रेनेज प्लान एडवांस स्थिति में हैं. सभी पहलुओं से अध्ययन के बाद इसकी विस्तृत रिपोर्ट शासन को सौंपी जाएगी.
सूत्रों के अनुसार, अल्मोड़ा को छोड़ कर बाकी छह शहरों के जलभराव को फोकस में रखते हुए ड्रेनेज प्लान तैयार किए जा रहे हैं. अल्मोड़ा में ड्रेनेज सिस्टम को बेहतर बनाने पर काम किया जा रहा है.
पर्वतीय जिलों में ड्रेनेज सिस्टम है बेहद जरूरी
राज्य के मैदानी शहरों में जलभराव जहां एक बड़ी समस्या है वहीं पर्वतीय शहरों में जल रिसाव बड़ी समस्या के रूप में उभरा है. जोशीमठ भूधंसाव की घटना के लिए ड्रेनेज सिस्टम न होने को भी वजह माना गया है. पर्वतीय शहरों में बारिश का पानी, घरों में इस्तेमाल के बाद बहाया जाने वाला पानी और सीवर के लिए ठोस ड्रेनेज सिस्टम नहीं है. इस वजह से यह सारा जल भूमि के भीतर ही रिसता रहता है. यह स्थिति भू सरंचनाओं के लिए काफी नुकसानदायक है.