देवभूमि उत्तराखंड में फायर सर्विस कार्मिकों के 36 प्रतिशत पद रिक्त

Update: 2022-11-24 14:31 GMT

देवभूमि न्यूज़: इमरजेंसी सेवा मजबूत होने के कितने ही दावे किए जाए, लेकिन वास्तविकता में अग्निशमन एवं आपात सेवा के कार्मिकों के 36 प्रतिशत पद रिक्त हैं और फायरमैन के तो अधिकतर जिलों में आधे से अधिक पद रिक्त हैं। ऐसी स्थिति में आपात सेवा में मजबूत होने की कैसे उम्मीद की जा सकती है। काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन ने उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय से प्रदेश में फायर सर्विस के कार्मिकों के स्वीकृत, कार्यरत व रिक्त पदों की सूचना मांगी। उनको उपलब्ध कराई गई सूचना के अनुसार प्रदेश में उपनिदेशक (तकनीकी) का एक पद स्वीकृत है, जो उपलब्ध है, जबकि मुख्य अग्नि शमन अधिकारी (सीएफओ) के 9 पद स्वीकृत हैं, जिसमें केवल 4 सीएफओ ही उपलब्ध है, 5 जिलों के सीएफओ के पद रिक्त हैं। केवल देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल व ऊधमसिंह नगर जिलों में सीएफओ तैनात है, जबकि चमोली, पौड़ी गढ़वाल, टिहरी गढ़वाल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ में सीएफओ के पद रिक्त है।

प्रदेश में फायर स्टेशन ऑफिसर के 35 पद स्वीकृत है, लेकिन केवल 7 फायर स्टेशनों पर ही एफएसओ तैनात हैं, 28 फायर स्टेशनों में पद रिक्त है। फायर स्टेशन सेकेंड ऑफिसर के 50 में से आधे से अधिक 26 पद रिक्त है। लीडिंग फायर मैन के 162 स्वीकृत पदों में से 15 पद रिक्त है, जबकि फायर सर्विस चालकों के 205 पदों में से केवल 4 पद रिक्त है, लेकिन 19 ड्राइवर उपनल के कार्यरत हैं। फायरमैन के 998 पद स्वीकृत है, जबकि 34 प्रतिशत से अधिक 455 पद रिक्त है और केवल 543 फायरमैन ही कार्यरत हैं।

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