Hardoi हरदोई: उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में शादी का अनोखा मामला सामने आया है जो लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। Kannauj के छिबरामऊ निवासी एक युवती ने हरदोई के कछौना में कान्हा की मूर्ति के साथ विवाह रचा लिया। पंडित जी ने मंत्रोचार करके विधि-विधान से सात फेरे करवाए। इस शादी में मुंहबोला भाई ही परिवार बना, क्योंकि माता-पिता अपनी बेटी राधा शास्त्री (24) के इस निर्णय से खुश नहीं थे।
नाराज होकर माता-पिता ने परिवार से कर दिया अलग
मंगलवार को कलोना कस्बे के प्रसिद्ध लंगड़ेदास मंदिर में भगवान को साक्षी मानकर कथा वाचिका ने शादी की रस्में पूरी कीं। इस दौरान कथा वाचिका के मुंहबोले भाई ने न सिर्फ सारी रस्में अदा कीं, बल्कि लगभग सात लाख रुपये के जेवर व अन्य सामान भी कथा वाचिका को दिया। छिबरामऊ निवासी राधा शास्त्री (24) कथा वाचिका है। राधा के मुताबिक वह पिछले लगभग सात वर्ष से कथा वाचन कर रही हैं। इससे नाराज होकर माता-पिता ने परिवार से अलग कर दिया था। इसी वर्ष फरवरी में वह भागवत कथा सुनाने के लिए कछौना कोतवाली क्षेत्र के महेश मढ़िया गांव में आई थीं। इसी दौरान उन्होंने लंगड़ेदास मंदिर में दर्शन किए थे। राधा का कहना है कि तभी निर्णय लिया था कि लड्डू गोपाल के साथ इसी मंदिर में शादी करेंगी।
हर दिन लड्डू गोपाल के साथ गुजारती रही लंबा समय
राधा शात्री बचपन से ही भगवान कृष्ण की भक्त रही हैं। वे हर दिन लड्डू गोपाल के साथ लंबा समय गुजारती रही हैं। उन्होंने अपने परिवार को बता दिया कि वे अपना जीवन भगवान कृष्ण को समर्पित करेंगी। उन्होंने घर वालों से ये तक कह दिया कि वे केवल मुरलीधर को ही अपना पति बनाएंगी। घर वाले भी इस जिद पूरी न करने पर राधा ने अपना परिवार 5 माह पूर्व छोड़ कर अपने मुंह बोला भाई संजीव यादव पुत्र राकेश चन्द्र यादव निवासी चली गई थी। राधा एक यूट्यूब पर कथा वाचक है। जिसे हजारों की तादाद में फॉलोअर हैं। राधा ने अपना घर छोड़कर संजीव कुमार यादव जोकि पैरा कमांडर के पद पर श्रीनगर में तैनात हैं के घर रहने लगीं। पैरा कमांडर संजीव कुमार यादव ने बताया है कि 5 माह पूर्व माता-पिता को छोड़कर मेरे पास आई थी तीन भाइयों में से इन्हें पाकर बहुत खुश था। Chhibramau Kannauj
श्रीकृष्ण को पाकर हमारी बहन बहुत खुश
मुंहबोले भाई संजीव कुमार ने बताया कि हमारी बहन बहुत खुश है। श्रीकृष्ण को पाकरSri Krishna अब हमारे रिश्तेदार बन गए और अब हम उनको पूजेंगे। मीरा की तरह ही राधा शास्त्री की लगन कृष्ण में बचपन से लगी हुई थी। यह भी बताया कि उनके सपने में कृष्ण आए थे। स्वप्न के बीच उन्होंने श्रीकृष्ण को पति मानकर वरमाला पहनाई है। कछौना कस्बे के प्रसिद्ध मंदिर में हुआ यह विवाह क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। राधा कथावाचक यूटूबर भी है। भाई संजीव कुमार ने बताया कि यह आम शादी- विवाह से अलग थी। सभी रिश्तेदारों को फोन कर अपनी बहन की शादी में बुलाएं। सभी मेहमान भी आएं, लेकिन किसी को ये पता नहीं था कि दूल्हा कौन हैं। इस अनोखी शादी को देखने के लिए दूर दूर से लोग आये।