जिले के दो अलग- अलग थाना क्षेत्रों में शनिवार को गंगा में स्नान करते समय गहरे पानी में चले जाने से एक अधेड़ डूब गया। पुलिस स्थानीय गोताखोरों की मदद से अधेड़ की तलाश में जुटी रही। जबकि नहर में डूबने से एक युवक की मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों के रोने- बिलखने से मातम पसर गया।
औड़िहार संवाददाता के अनुसार सैदपुर कोतवाली के नगर क्षेत्र स्थित महावीर घाट पर गंगा स्नान करते समय गहरे पानी में चले जाने के कारण नगर के वार्ड आठ इंदिरा नगर निवासी प्रदीप निगम (52) में डूब गए। घाट पर बैठे लोगों की नजर पड़ी तो उन्होंने शोर मचाया, लेकिन उन्हें बाहर नहीं निकाला जा सका। पुलिस ने गोताखोरों की मदद से खोजबीन शुरू कराई, लेकिन शाम तक पता नहीं चल सका था। प्रदीप घर पर ही रहते थे। घटना के बाद पत्नी पुष्पा देवी और पुत्र सोनू, प्रियांशू और पुत्री अंजली घाट पर बैठकर बिलखते रहे। मुहल्ले की महिलाएं उन्हें ढांढस बंधाने में जुटी रही। कस्बा चौकी इंचार्ज पवन कुमार यादव ने बताया कि गोताखोरों के माध्यम से खोजबीन कराई जा रही है। खानपुर संवाददाता के अनुसार खानपुर थाना क्षेत्र के सोनियापार गांव निवासी कालीचरण राजभर (45) सुबह की मुंबई से वापस अपने गांव आया थे। दोपहर में वहघर के पास से गुजर रही नहर के पास शौच करने गए थे। वहां उन्हें अचानक मिर्गी का दौरा पड़ गया, जिससे वह फिसलकर नहर में जा गिरे और डूबने से मौके पर ही मौत हो गई। वहीं नहर के पास से गुजर रहे एक व्यक्ति की नजर जब पड़ी तो वह शोरगुल मचाना शुरू कर दिया ,जिससे मौके पर ग्रामीण पहुंच गये। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को नहर से बाहर निकलवाया। कागजी कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक कालीचरण के भाई बालीचरण ने बताया कि वह मुंबई में रहकर आटा चक्की के दुकान पर काम करते थे और वह मिर्गी की बीमारी की दवा लेने के लिए मुंबई से गांव आए हुए थे। मृतक चार भाइयों में सबसे छोटे थे। इधर घटना की जानकारी मिलते ही पत्नी रंजना देवी, पुत्री पायल, काजल, अंशु, कृष्णा के बिलखने से मातमी सन्नाटा पसर गया। चौकी प्रभारी मौधा आशुतोष शुक्ला ने बताया की शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।