एक्सईएन सोनू रस्तोगी पर बिजली घर निर्माण को लेकर लगे भ्रष्टाचार के आरोप

Update: 2022-10-10 08:08 GMT

मेरठ: घोटालेबाज एक्सईएन सोनू रस्तोगी पर ऊर्जा निगम के एमडी पावर अरविन्द मलप्पा बंगारी खास मेहरबान हैं। जागृति विहार एक्सटेंशन में बिजली घर निर्माण को लेकर भ्रष्टाचार के एक्सईएन सोनू रस्तोगी पर आरोप लगे। जांच की बात एमडी ने की, मगर जांच को ठंडे बस्ते में डाल दिया। जांच से भी कोई आंच एक्सईएन पर नहीं आ रही हैं। एक्सईएन को सिर्फ एमडी आॅफिस में सम्बद्धता की गई हैं और कोई कार्रवाई नहीं की। चर्चा ये भी है कि रसूखदार एक्सईएन अधिकारियों पर अपना रसूख दिखाते हुए फिर से मलाईदार तैनाती कराने में जुट गए हैं। बिना चालू हुए जागृति विहार एक्सटेंशन दो के बिजली घर का आवास विकास परिषद के ठेकेदारों के साथ साठगांठ कर हैंडओवर लेने के प्रकरण में शामिल रहे अधिशासी अभियंता सोनू रस्तोगी पहले भी भ्रष्टाचार में लिप्त रह चुके हैं। जागृति विहार प्रकरण में नाम आने के बाद उन्हें एमडी उर्जा कार्यालय पर सम्बद्ध कर दिया गया है, लेकिन यह कोई पहला मामला नहीं है।

इससे पहले भी अधिशासी अभियंता सोनू रस्तोगी भ्रष्टाचार में लिप्त रह चुके है, लेकिन एमडी पावर अरविंद मलप्पा बंगारी ने उनकी जांच को ठंडे बस्ते में डाल दी हैं। यही वजह है कि इनका हौसला लगातार बढ़ता जा रहा है और यह बिजली विभाग को करोड़ों का चूना लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं। मेरठ के बहुचर्चित बिजलीघर हैंडओवर के दोषी अधिशासी अभियंता सोनू रस्तोगी पूर्व में भी अन्य खंडों में तैनाती के दौरान गंभीर अनियमितताओं में संलिप्त रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्रेटर इन्होंने नोएडा खंड में तैनाती के दौरान वर्ष 2016-17 में ब्रजवासीपुरम रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन ग्राम हैबतपुर के 145 केवीए विद्युत संयोजन के आउटर इलेक्ट्रिफिकेशन के लिए बिल्डर से 15 प्रतिशत सुपरविजन चार्ज जमा कराकर विभागीय सामग्री लगवा दी गई थी। जिससे विभाग को भारी वित्तीय क्षति हुई और सोनू रस्तोगी को अवैध धन की प्राप्ति हुई।

इसी प्रकार ईयूडीडी आठ इंदिरापुरम गाजियाबाद में तैनाती के दौरान वर्ष 2017-18 में अनेकों संयोजन बिना परिवर्तक की लागत जमा कराए ही मोटी रकम बिल्डर्स से लेकर संयोजन अनियमित रूप से निर्गत किये गए जिससे विभाग को भारी वित्तीय हानि हुई है। इन दो प्रकरणों के अलावा भी भ्रष्टाचार में लिप्त रहे अधिशासी अभियंता सोनू रस्तोगी का नाम अन्य प्रकरणों में शामिल रहा है। बावजूद इसके एमडी पावर इनके खिलाफ कार्रवाई करने के बदले इन्हें बचाते रहे हैं। प्रकरण को लेकर एमडी पावर अरविंद मलप्पा बंगारी से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका फोन रिसीव नहीं हुआ।

संबद्धता कोई सजा नहीं: एक्सईएन सोनू रस्तोगी का संबद्धता भले ही कर दिया गया हो, लेकिन ये कोई सजा नहीं है। एमडी आॅफिस में उसका संबद्धता हुआ है। ऐसे में उसकी जांच भी प्रभावित होगी, क्योंकि एमडी आॅफिस के ही अधिकारी जागृति विहार एक्सटेंशन के बिजली घर की जांच करेंगे। संबंधित जांच अधिकारियों पर एक्सईएन जांच को प्रभावित करने का दबाव बनाएंगे। फिर एक्सईएन को वेतन भी पूरा मिलेगा तो यह सजा कैसी?

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