पहलवान दिव्या काकरान ने किया ब्रजभूषण का समर्थन

Update: 2023-01-20 10:33 GMT

मुजफ्फरनगर: गांव पुरबालियान निवासी अर्जुन अवॉर्डी पहलवान दिव्या काकरान भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण के पक्ष में उतर आई हैं। उन्होंने एक वीडियो बयान जारी करते हुए कहा कि वह 10 साल से खेल रही है। आज तक उन्होंने किसी का अहित होते नहीं देखा। दिव्या काकरान ने कहा कि भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं वह बेबुनियाद है।

मुजफ्फरनगर के गांव पुरबालियान निवासी दिव्या काकरान ने कहा कि वह 10 साल से खुद पहलवानों के कैंप का हिस्सा रही है। कभी भी किसी के साथ बदसलूकी नहीं की गई। उन्होंने कहा कि भारतीय पहलवानों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं देने का काम किया गया है। उन्होंने दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण के विरुद्ध धरना देने वाले पहलवानों पर सवाल उठाया, जो कल बृजभूषण शरण के कसीदे गढ़ रहे थे फिर उन्हें आज क्या हो गया। उन्होंने वीडियो बयान जारी कर कहा कि भारतीय पहलवान विदेश जाते थे, तो उन्हें सुविधा नहीं मिलती थी। लेकिन अब खिलाड़ियों के लिए सुविधाएं बढ़ाई गई हैं। किसी का इस तरह अपमान नहीं किया जा सकता।

दिव्या ने कहा कि जब उनकी उम्र 14 साल की थी, वह तब से कैंप में जा रही हैं, लेकिन किसी भी खिलाड़ी के साथ गलत व्यवहार होता उन्होंने आज तक नहीं देखा। वह छोटे राज्यों के खिलाडिय़ों के साथ भी भेदभाव होने नहीं देते। दिव्या काकरान ने यह भी कहा कि कुश्ती संघ पहलवानों के लिए स्पॉन्सर ढूंढ कर लाता है। खिलाडिय़ों को खूब सुविधा दी जा रही है। उन्होंने बृजभूषण पर लगाए गए सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया। दिव्या काकरान ने आगे बोलते हुए कहा, कि हमारे पीएम नरेंद्र मोदी ने भी बृजभूषण की तारीफ की है कि वह कितना अच्छा काम कर रहे हैं। पहले हम विदेश जाते थे, तो हमें बिल्कुल सुविधा नहीं मिलती थी, जब मैं 2012 में मंगोलिया गई थी, तब वहां की ना किट अच्छी थी और ना वहां का खाना-पीना। इसके जवाब में ये कहा गया कि आपके फेडरेशन ने पैसे नहीं दिए। अब 2017, 2018 और 2019 में जब से टाटा मोटर्स हमारे साथ जुड़ी है। वह कंपनियां हमारे लिए ढूंढ कर लाते हैं। उनसे पैसा लेकर वह कैंप और किट पर खर्च करते हैं।

आज वहीं लोग उन पर आरोप लगा रहे हैं, जो दो महीने पहले उनकी तारीफ में ट्वीट कर रहे थे। बृजभूषण सबसे ऊपर होकर कुश्ती को बढ़ावा देते हैं। 

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