वाराणसी। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (काशी हिन्दू विश्वविद्यालय) वाराणसी में बुधवार को संस्थान के समूह क एवं ख के अनुसचिवीय अधिकारियों/कर्मचारियों हेतु एक घण्टे का बौद्धिक सेहत/तनाव प्रबंधन पर ऐनी बेसेंट व्याख्यान संकुल में व्याख्यान और कार्यशाला का आयोजन किया गया। संस्थान के कैंपस परामर्शदाता (मनोवैज्ञानिक) डॉ. लक्ष्मण यादव के संचालन में इस कार्यशाला को किया गया। जिसका संस्थान के अधिकारियों और कर्मचारियों ने लाभ लिया।
इस अवसर पर डॉ. लक्ष्मण यादव ने तनाव प्रबंधन पर बात करते हुए बताया कि हमें जीवन में सकारात्मक सोच रखनी चाहिए। समस्याओं को मन में रखने से वे हल नहीं होंगी, जितना हम किसी समस्या के बारे में चर्चा करेंगे, सकारात्मक लोगों से मिलेंगे उतनी हमें मदद मिलेगी। उन्होंने इस अवसर पर कार्यक्षेत्र में होने वाले तनाव से निपटने और परिवार और कार्यक्षेत्र के बीच सामंजस्य बैठाने के संबंध में कर्मचारियों अधिकारियों के प्रश्नों के जवाब भी दिये।
स्वागत और धन्यवाद करते हुए संस्थान के कुलसचिव राजन श्रीवास्तव ने कहा कि कार्यक्षेत्र और परिवार में कई बार ऐसा होता है कि किसी छोटी से छोटी बात पर हम तनाव ले लेते हैं। इससे न सिर्फ परिवार से कट जाते हैं, बल्कि अपने कार्यक्षेत्र में भी हम अपना सौ प्रतिशत नहीं दे पाते। ऐसे में हमें किसी मनोवैज्ञानिक चिकित्सक से परामर्श लेने में जरा भी नहीं हिचकना चाहिए। संस्थान में आयोजित बौद्धिक सेहत/तनाव प्रबंधन पर हुई कार्यशाला से निश्चित तौर पर संस्थान के अधिकारियों और कर्मचारियों को लाभ मिलेगा।
इस अवसर पर संयुक्त कुलसचिव डॉ. सर्वेश कुमार तिवारी, स्वाती बिस्वास, उप कुलसचिव डॉ. देवेंद्र कुमार, मेजर निशा बलोरिया (सेवानिवृत्त), सहायक कुलसचिव सुधांशु शुक्ला, रवि कुमार, अनामिका कश्यप, प्रज्ञा जुनेजा, वरिष्ठ अधीक्षक आरती गुप्ता, श्याम सुंदर पारीदा समेत अधीक्षक और कनिष्ठ अधीक्षक उपस्थित रहे।