सीवेज शाफ्ट की सफाई के दौरान दम घुटने से मजदूरों ने दम तोड़ा

मृतक के परिजनों ने अभी तक मकान मालिक के खिलाफ शिकायत नहीं दी है

Update: 2024-05-17 06:03 GMT

नोएडा: सेक्टर-26 स्थित घर में देर रात सीवर के लिए बने सीवेज शाफ्ट की सफाई के दौरान जहरीली गैस के कारण दम घुटने से मजदूरों की मौत हो गई. पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मृतक के परिजनों ने अभी तक मकान मालिक के खिलाफ शिकायत नहीं दी है.

डीसीपी विद्यासागर मिश्र ने बताया कि पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के 36 वर्षीय नूनी मंडल और 40 वर्षीय तपन मंडल वर्तमान में सेक्टर-9 स्थित झुग्गी झोपड़ी में परिवार के साथ रहते थे. नों सीवर की साफ-सफाई समेत अन्य काम करके परिवार का भरण-पोषण करते थे. सेक्टर-26 ए ब्लॉक में रहने वाले सुमित चावला ने शाम सात बजे नों को अपने घर में सीवेज शाफ्ट की सफाई के लिए बुलाया. सफाई के दौरान जहरीली गैस के रिसाव के कारण नों मजदूर बेहोश हो गए. रात करीब साढ़े दस बजे सुमित ने स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दी. इसके बाद एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड को मौके पर भेजा गया और कर्मचारियों को शाफ्ट से बाहर निकाला गया. अस्पताल ले जाते समय नों की मौत हो गई. इसके बाद घटना की जानकारी देर रात मृतकों के परिजनों को दी गई.

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मकान मालिक सुमित ने किसी निजी या सरकारी एजेंसी की भागीदारी के बिना सीधे श्रमिकों को काम के लिए रख लिया. नों श्रमिकों ने पहले भी सुमित को अपनी सेवाएं दी थीं और नों -दूसरे के संपर्क में भी थे. सुमित ने नों को शाम को कॉल करके सफाई का काम करने के लिए बुलाया था.

मकान मालिक ने नहीं मानी सलाह : सेक्टर-26 रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष गोविंद शर्मा ने बताया कि आरडब्ल्यूए के दिशा-निर्देशों के अनुसार सोसाइटी के निवासियों को सलाह दी जाती है कि वे सूर्यास्त के बाद अपने घरों में कोई निर्माण या सफाई का काम न करें. सोसाइटी की सुरक्षा समिति निवासियों को रात में निर्माण या सफाई का कोई काम करने की अनुमति नहीं देती. इसके बावजूद सुमित ने सूर्यास्त के बाद श्रमिकों को बुलाया, जिससे शाफ्ट के अंदर सफाई करने में उन्हें परेशानी हुई और यही उनकी मौत की वजह बना.

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