इज्जतनगर इलाके में बुधवार की शाम को बुद्ध प्रतिमा हटाने पर हंगामा खड़ा हो गया। खेत स्वामी की शिकायत पर प्रतिमा हटाने पहुंची राजस्व और पुलिस टीम को ग्रामीणों के विराेध का सामना करना पड़ा। गुस्साई महिलाओं ने टीम के सामने शिकायतकर्ता का गेट गिरा दिया। अफसरों ने किसी तरह से लोगों को शांत कराया। एहतियात के तौर पर पुलिस तैनात कर दी गई है।
चावड़ में अशोक ने मई में बुद्ध की प्रतिमा स्थापित की थी। खेत स्वामी रविंद्र पाल सिंह ने प्रतिमा लगाने का विरोध किया था। रवींद्र ने खेत में बाउंड्रीवाल बनाकर गेट लगा रखा है। प्रतिमा गेट के सामने है। प्रतिमा हटाने को लेकर वह लगातार मांग करता आ रहा है। आईजीआरएस पर भी शिकायत की थी। जमीन पीडब्ल्यूडी की बताई जा रही है।
बुधवार को पीडब्ल्यूडी की एई, इंस्पेक्टर इज्जतनगर के साथ बुद्ध की प्रतिमा हटवाने काे पहुंची थीं। ग्रामीण हेतराम बौद्ध ने बताया तहसील प्रशासन की टीम ने बुद्ध की प्रतिमा को बुलडोजर से हटाने की कोशिश की। सूचना मिलते ही बौद्ध अनुयायी काफी संख्या में बुद्धविहार पहुंच गए। कार्रवाई का विरोध करते हुए हंगामा करने लगे।
गुस्साई महिलाओं ने शिकायकर्ता के गेट को ही गिरा दिया। रिठाैरा के नायब तहसीलदार विदित यादव अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे। काफी प्रयास कर गुस्साए लोगों को शांत कराया। ग्रामीणों ने कहा कि खेत स्वामी रविंद्र ने ग्राम समाज की भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर बाउंड्री खड़ी कर ली है। बुद्ध प्रतिमा शिव मंदिर के पास में लगी है। ग्रामीणों ने खेत स्वामी की शिकायत को गलत करार दिया है।
अमृत लिंगम राव, स्वतंत्र राव सिद्धार्थ आदि का कहना है कि प्रशासन गलत कार्रवाई कर रहा है। कार्रवाई का विरोध करने पर पुलिस ने महिलाओं पर बल का प्रयोग किया। हालांकि, पुलिस इनकार कर रही है। लोगों का कहना था कि पिछले साल अगस्त में प्रतिमा को खंडित करने में भी केस हुआ था।
शाम को काफी संख्या में लोगों ने नायब तहसीलदार के कार्यालय पर पहुंचकर विरोध किया। भीम आर्मी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अतुल वाल्मीकि, मंडल अध्यक्ष विकास बाबू , जिलाध्यक्ष विशाल कुमार, दुर्बेश अली अंसारी आदि ने भी नायब तहसीलदार से इस मामले में मिले हैं।
मामला काफी पुराना है। आईजीआरएस पर शिकायत की गई थी। महिलाओं ने शिकायकर्ता का गेट गिराकर हंगामा काटा। बौद्ध अनुयायियों को गुरुवार को दस्तावेज के साथ बुलाया गया है। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी। -विदित यादव, नायब तहसीलदार रिठौ