लखीमपुर-खीरी/सिकंद्राबाद: थाना नीमगांव क्षेत्र में एक गन्ने के खेत में कंकाल मिले 24 घंटे भी नहीं बीत पाए थे कि उसी खेत में मंगलवार को महिला का (सिर) कंकाल मिलने से सनसनी फैल गई। पास ही में महिला के कुछ कपड़े और चप्पल भी बरामद हुई है। माना जा रहा है कि सिर रविवार को बरामद हुए कंकाल का है। चप्पल और कपड़ों को देखकर एक ग्रामीण ने कंकाल लापता पत्नी का होने का दावा किया है। उसका कहना है कि पत्नी प्राथमिक विद्यालय कोड़री की रसोइया थी और वह दो महीने पहले लापता हो गई थी। पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है।
थाना नीमगांव के गांव कोडरी में रामबति के खेत में खड़े गन्ने की छिलाई कर रहे मजदूरों ने एक कंकाल (रीढ़ की हड्डी) पड़ा देखा था। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। साथ ही पूरे खेत को खंगाला था, लेकिन उसमें अन्य कोई हड्डी, कपड़े आदि नहीं मिले थे। मंगलवार को गन्ने की छिलाई कर रहे मजदूरों ने सिर का कंकाल मिलने की सूचना पुलिस को दी थी। सूचना पाकर सीओ मितौली सुबोध कुमार जायसवाल, एसओ अजीत कुमार भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। जिस जगह पर सिर पड़ा था।
उसी के पास एक हाथ का कुछ हिस्सा, स्वेटर के साथ ही महिला के कपड़े, प्लास्टिक की चप्पल भी पड़ी थी। 24 घंटे के अंदर खेत में सिर का कंकाल मिलने से समूचे इलाके में हड़कंप मच गया। तमाम ग्रामीणों की भी भारी भीड़ जुट गई। पुलिस मौके पर जांच-पड़ताल कर रही थी कि इसी बीच मौके पर पहुंचे गांव कोडरी निवासी भोगीराम ने कपड़े और चप्पल देख कंकाल पत्नी का होने का दावा किया है। उसका कहना है कि पत्नी सुधा देवी (32) गांव के ही प्राथमिक विद्यालय कोडरी में रसोइया था।
चार फरवरी को दोपहर ढाई बजे सुधा देवी घर से धर्मापुर जाने के लिए निकली थी। तब से वह लापता है। वह परिवार वालों के साथ पत्नी की तभी से तलाश कर रहा है, लेकिन कुछ पता नहीं चला। उसका कहना है उसका दावा है कि कपड़े व चप्पल उसकी पत्नी की है। पुलिस ने कंकाल (सिर) को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस मामले की गहराई से छानबीन कर रही है। पुलिस का कहना है कि रविवार को मिले कंकाल को देखकर यह साबित नहीं हो पा रहा था कि कंकाल किसी मनुष्य का है या पशु का।
इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही होगा। यदि कंकाल मानव का मिलता है तो गुमशुदा महिला के बच्चों का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। एसओ अजीत कुमार ने बताया कि जिस खेत में कंकाल मिला था। उसी में सिर भी मिला है। मौके पर मिले कपड़ों व चप्पल को देखकर एक ग्रामीण ने कंकाल पत्नी का होने का दावा किया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यदि कंकाल मानव का होना पाया जाता है तो महिला के बच्चों का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। तभी पता चल सकेगा कि कंकाल किसका है। पुलिस मामले की गहराई से जांच पड़ताल कर रही है।
सवाल: आखिर दूसरे दिन कहां से आया कंकाल
मंगलवार को जिस खेत में सिर (कंकाल) बरामद हुआ। उस खेत में रविवार की शाम कंकाल (रीढ़ की हड्डी) मिलने पर पुलिस ने ग्रामीणों के साथ सघन तलाशी अभियान चलाया था, लेकिन पुलिस को अन्य कुछ भी चीजें नहीं मिली थीं। खास बात यह है कि सिर मिलने वाली जगह पर भी पुलिस ने कांबिंग की थी।
गन्ने के खेत में काम कर रहे मजदूरों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि रविवार को गन्ने के खेत में कुछ नहीं था। अब पुलिस के सामने बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया है कि रातों रात फिर उसी जगह पर सिर, हाथ का कंकाल, कपड़े और चप्पल कहां से आ गई है। जबकि पुलिस भी खेत का कोना-कोना खंगाले जाने की बात कह रही है। इसको लेकर पुलिस भी पशोपेश में हैं।
गुमशुदगी दर्ज कर पुलिस ने झाड़ा पल्ला
गांव कोडरी निवासी रसोइया सुधा देवी चार फरवरी 2023 को गांव धर्मापुर जाते समय गायब हो गई थी। उसके बाद से वह घर वापस नहीं लौटी थी। उसके पांच बच्चे हैं। पति भोगीराम ने पत्नी के गायब होने की लिखित सूचना छह फरवरी को थाना नीमगांव पुलिस को दी थी, जिस पर पुलिस ने गुमशुदगी तो दर्ज कर ली, लेकिन महिला की तलाश के लिए कोई कदम नहीं उठाए थे। माना जा रहा है कि पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज करने के बाद कार्रवाई तो दूर कोई जांच-पड़ताल नहीं की। जबकि पति लगातार पत्नी सुधा देवी की तलाश कर रहा है।
गन्ने के खेत में मौजूद मजदूरों के साथ पुलिस ने खेत का कोना-कोना खंगाला था, लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा था। दूसरे दिन भी उसी खेत में उसी जगह पर सिर का कंकाल मिलना संदेहास्पद है। दोनों कंकाल पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का पुलिस इंतजार कर रही है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है---सुबोध कुमार जायसवाल सीओ मितौली।