बरेली: जीआरएम रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती महिला की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया। उनका आरोप है कि अस्पताल में खाली आक्सीजन सिलेंडर लगाने से महिला की हालत बिगड़ गई थी। तबियत नाजुक देख परिजन दूसरे अस्पताल ले गए जहां डाक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया। घरवालों ने पुलिस से भी शिकायत की है।
किला के गौटिया में रहने वाला मुराद अली मजदूरी करता है। उसकी पत्नी शबीना (30) की तबियत खराब होने पर परिजनों ने जीआरएम रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। घरवालों का आरोप है कि वहां इलाज में लापरवाही हुई। शबीना को खाली आक्सीजन सिलेंडर लगा दिया। उसकी तबियत बिगड़ी तो परिजनों ने स्टाफ से शिकायत की। स्टाफ का कहना था कि सिलेंडर से आक्सीजन लीक हो गई है। परिजनों ने मरीज को डिस्चार्ज करने को कहा। आरोप है कि मरीज को डिस्चार्ज करने में भी नौ घंटे लग गए। परिजन भड़क गए और अस्पताल में हंगामा होने लगा। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। घरवाले शबीना को दूसरे अस्पताल ले गए जहां थोड़ी देर बाद उसकी मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि आक्सीजन नहीं मिलने की वजह से जान गई है। अस्पताल ने 5 दिन का बिल करीब 90 हजार रुपये बना दिया। मरीज के इलाज में भी लारवाही की है। कई बार स्टाफ को बताया गया कि सिलेंडर खाली है। उसमें आक्सीजन नहीं है। किसी ने नहीं सुना।