उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में मरीजों की समस्या को देखते हुए शासन ने जिले में चार-चार बेड के पांच नए अस्पताल बनाने का आदेश दिए थे। इसके बाद विभाग ने जमीन की तलाश की। जमीन मिलते ही भवनों का निर्माण कार्य शुरू करा दिया। अगले छह माह में ये अस्पताल बनकर तैयार हो जाएंगे।
उत्तर प्रदेश के सहारपुर जिले में आयुर्वेद के पांच नए अस्पतालों की सौगात मिलेगी। इसके लिए नए भवनों का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। चार-चार बेड के इन अस्तपालों के निर्माण में 21-21 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। छह महीने में भवनों का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।
जिले में वर्तमान समय में आयुर्वेद एवं यूनानी के 23 अस्पताल संचालित हो रहे हैं। एक अस्पताल को छोड़कर बाकी अन्य सभी सरकारी भवनों में संचालित हैं। इन अस्पतालों में पर्याप्त सुविधाएं न होने मरीजों को खासी परेशानी होती है। इस समस्या को देखते हुए शासन ने जिले में चार-चार बेड के पांच नए अस्पताल बनाने का आदेश दिए थे। इसके बाद विभाग ने जमीन की तलाश की। जमीन मिलते ही भवनों का निर्माण कार्य शुरू करा दिया।
वर्तमान में नए आयुर्वेद के अस्पतालों का निर्माण रायपुर, महंगी, डिगौली, छुटमलपुर और कालूवाला पहाड़ीपुर में चल रहा है। लगभग 80 फीसदी तक निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। बाकी 20 फीसदी काम को अगले छह महीने में पूरा हो जाएगा। हर अस्पताल में चार-चार बेड होंगे। एक अस्पताल पर 21 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।
दो अस्पतालों के लिए जमीन चिन्हित
जो आयुर्वेद अस्पताल अभी स्वास्थ्य केंद्रों में संचालित हो रहे हैं, उनके लिए भी जमीन की तलाश चल रही है। बड़गांव के जडौदा पांडा और नकुड़ के धौराला में जमीन फाइनल कर ली है। इसका प्रस्ताव बनाकर शासन में भेज भी दिया है। जबकि खेड़ा मुगल, चंदेला कोली, भूरीबांस, नथौड़ी, अंबेहटा पीर और शहर में चंद्रनगर के लिए जमीन देखी जा रही है।
जिलेवासियों को जल्द ही पांच नए आयुर्वेद के अस्पतालों की सौगात मिल जाएगी। इन अस्पतालों के लिए भवन बनकर लगभग हो गए हैं। चार बेड का एक अस्पताल होगा, जिस पर 21 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इनके अलावा जो आयुर्वेद अस्पताल स्वास्थ्य केंद्रों में चल रहे हैं, उनके लिए जमीन चिन्हित की जा रही है।