बरेली। बिथरी चैनपुर के गांव पदारथपुर में फारूख आलम के घर डकैती नहीं पड़ी थी बल्कि खुद उसने अपनी पत्नी नसरीन की हत्या की थी। यह हत्या उसकी ओर से अपनी प्रेमिका को वैलेंटाइन डे का तोहफा थी। इसी पर पर्दा डालने के लिए न सिर्फ उसने खुद को चाकू मारकर घायल किया बल्कि डकैती की फर्जी कहानी गढ़ी थी। शुक्रवार को अपना जुर्म कुबूल करने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर जेवर भी बरामद कर लिए। फारूख की प्रेमिका नसरीन की ही रिश्तेदार है।
पदारथपुर में अवैध मेडिकल प्रैक्टिस करने वाले झोलाछाप फारूख आलम के घर 13-14 फरवरी की रात वारदात हुई थी। फारुख ने अपने आठ वर्षीय बेटे के जरिए रात करीब एक बजे गांव में ही रहने वाले अपने साले शाकिर और ग्राम प्रधान को डकैती पड़ने की सूचना भिजवाई थी।
लोग जब उसके घर पहुंचे तो वहां उसकी पत्नी नसरीन की लाश पड़ी थी। खुद फारुख भी लहूलुहान था। उसने बताया था कि रात में दवा लेने के बहाने घर में घुसे डकैतों ने उसकी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी और उसे भी चाकू मारकर घायल कर दिया। फारूख के मुताबिक नसरीन ने एक बदमाश को पहचान लेने का दावा कर दिया था, जिसके बाद बदमाशों ने उसे मार डाला।
फारुख के साले शाकिर ने ही डकैती की रिपोर्ट लिखाई थी। पूरी कहानी में कई झोल होने की वजह से पुलिस शुरू से पूरे घटनाक्रम पर शक कर रही थी। अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद से फारुख से लगातार पूछताछ चल रही थी। इसी बीच फारूख के नसरीन की एक रिश्तेदार से अवैध संबंधों की जानकारी मिली तो बिथरी पुलिस बृहस्पतिवार रात उसे थाने ले आई। फारुख के सास-ससुर को भी बुला लिया। फारूख पहले तो पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करता रहा लेकिन चारों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की गई तो वह टूट गया।