जब बुलडोजर के सामने आ गया मंदिर, फिर...
इस दौरान NHAI के अधिकारी भी मौजूद रहे.
मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में अतिक्रमण को हटा रहा बुलडोजर उस वक्त रुक गया, जब बीच में एक मंदिर आ गया. दरअसल, मंगलवार दोपहर मेरठ के मवाना रोड पर मेरठ पौड़ी नेशनल हाईवे 119 के चौड़ीकरण के लिए ज़मीन खाली कराने के लिये रोड के दोनों ओर बुलडोजर चला. इस दौरान NHAI के अधिकारी भी मौजूद रहे.
मेरठ-मवाना मार्ग पर सड़क के दोनों तरफ रजपुरा गांव से लेकर गंगानगर तक निर्माण कार्य गिराए गए. बुलडोजर के रास्ते में जो भी मकान, दुकान, स्कूल-कॉलज, बैंकट हॉल आया, सबको ढहा दिया गया, क्योंकि एनएच-119 का काम यहां पर अधिग्रहण की गई जमीन का कब्जा ना मिलने से प्रभावित हो रहा था.
इस बीच बुलडोजर के रास्ते में एक जगह प्राचीन शिव हनुमान मंदिर आया, वहां बुलडोजर रुक गया. मंदिर के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की गई. हनुमान मंदिर को छोड़ दिया गया. यहां मंदिर के दोनों साइड और बराबर के मकान को तोड़कर गिरा दिया गया. दरअसल एनएच 119 का चौड़ीकरण का कार्य काफी दिनों से रुका हुआ था.
लोगों ने चौड़ीकरण के लिए ली गई जमीन का मुआवजा तो ले लिया था लेकिन जमीन खाली नहीं की थी, जिसको लेकर कल जिला प्रशासन, एनएचएआई की टीम में मेरठ से मवाना रोड पर बुलडोजर चलाया और चौड़ीकरण के लिए ली गई जमीन को कब्जा मुक्त कराया. वहां पर मकान, दुकान, स्कूल-कॉलेज जो भी रास्ते में आया, उसे तोड़ दिया गया.
किसी को नहीं बख्शा गया लेकिन बीच में एक प्राचीन शिव हनुमान मंदिर आने से बुलडोजर रुक गया और मंदिर को छोड़ दिया गया. ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में हनुमान मंदिर को छोड़ा गया. मंदिर को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा.
इस मामले में मेरठ के जिलाधिकारी दीपक मीणा का कहना है कि वहां एक मंदिर आया जिस पर लोगों ने प्रार्थना की इस मंदिर को कहीं शिफ्ट करा दिया जाए. ऐसे में हमने बुलडोजर को रोकते हुए लोगों से बात करके मंदिर को स्थानांतरण कराने पर सहमति दी, जिसकी कार्रवाई की जा रही है और उम्मीद है कि इस सप्ताह में हो जाएगा.
साभार: आजतक